-यूपी के कानपुर में प्राइवेट हाउसिंग फाइनेंस कंपनी में कार्यरत मृतक अजीत बाजपेई की पत्नी ने कंपनी के उच्चाधिकारियों पर आरोप लगाया है कि उनके पति कंपनी के अधिकारियों के जबरन इस्तीफा लेने के बाद से मानसिक तनाव में थे और इसी कारण उनका ह्रदय गति रुक जाने से देहांत हो गया है अब परिवार में मौजूद वह और उनकी दोनो बेटियां निराश्रित है उनके सामने डालने परिवार के भरण पोषण की समस्या आ खड़ी हुई है।
वी/ओ:_आपको बतादें की मूल रूप से उन्नाव निवासी शुभम हाउसिंग फाइनेन्स में विगत 5 वर्षों से एरिया कलेक्शन मैनेजर के पद पर कार्यरत अजीत बाजपेई का ट्रांसफर रिकवरी एजेंट के रूप में यमुना नगर हरियाणा में कर दिया गया था । जिससे वह मानसिक दबाव में थे और अधिकारियों से लगातार गुजारिश कर रहे थे कि उन्हें कानपुर भेज दिया जाए, परंतु उनकी कोई नही सुन रहा था, जिससे वह मानसिक दबाव में चल रहे थे । विगत जुलाई 2024 में उन्हें कानपुर नगर स्थानान्तरण कर दिया गया, परंतु यहां कम्पनी के मैनेजर दीपक मिश्रा एवं प्रभात सिंह, व जेपी तिवारी ने दबाव डलवा कर
और जाति सूचक गालियां देते हुए उनका इस्तीफा ले लिया एवं उनको रिलीफ भी दे दिया । जबकि किसी भी कम्पनी का नियम होता है कि नोटिस पीरियड 90 दिन का दिया जाता है जो उन्हें नही दिया गया ।
इसी परेशानी और मानसिक उत्पीड़न के चलते उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मृतु हो गयी । अब परिजनों की मांग है कि उनकी पुत्री को नौकरी की व्यवस्था और उनकी आखिरी तनख्वाह के हिसाब से मृतक की पत्नी को आजीवन भरण पोषण की व्यवस्था की जाए
संवाददाता
राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट