*बिग न्यूज टाइम्स एंड स्पेस *
राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट
मुर्दों को ज्वाइन कराते थे और काम भी लेते थे बडी़ बात तो यह है कि मुर्दो का फंड भी कटता था और सैलरी भी मिलती थी
*बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेन्द्र शास्त्री से बडे़ जादूगर निकले उनके कथा के मुख्य आयोजनकर्ता*
*मुर्दों को जिंदा करके आत्मनिर्भर भारत योजना में लगाई करोड़ों की सेंंध*
बात वर्ष 2016 की है जब केस्को संविदा कर्मचारी प्रदीप पुरी पुत्र स्व0 कैलाश पुरी की हैलट में इलाज के दौरान बीमारी से उनकी मृत्यु हो गई तब वो मेसर्स भारत ट्रेडर्स के कर्मचारी थे और हैलट के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था और उनका अंतिम संस्कार वर्ष 2016 में कानपुर के भैरवघाट में किया गया
गरीब परिवार होने की वजह से केस्को महामंत्री दिनेश सिंह भोले ने अधिकारियों से बातचीत कर उनके पुत्र अमित पुरी को बतौर संविदा में नौकरी पर रखवा दिया
चूकि पहले के केस्को ठेकेदार फंड का यून नंबर कर्मचारियों को नहीं देते थे इसलिए फंड का पैसा कहां कितना है किसी को भी पता नहीं चलता था
वर्ष 2022 में केस्को महामंत्री दिनेश सिंह भोले थाना काकादेव में जाहिद लेदर प्रा0 लिमिटेड के मजदूरों की पैरवी के लिए बतौर श्रमिक प्रतिनिधि उपस्थित थे ऐसे में थाना काकादेव के विवेचना अधिकारी ने फंड गबन की एक लिस्ट दिखाई जिसकी शिकायत खुद सेन्ट्रल विजिलेंस दिल्ली से केस्को महामंत्री दिनेश सिंह भोले ने की थी जिसके बाद दो एफआईआर थाना काकादेव में अपराध संख्या 231 /22 व अपराध संख्या 232/22 दर्ज हुई थी
अपराध संख्या 232 /22 में फंड घोटाले से पीड़ित कर्मचारियों की लिस्ट देखकर केस्को महामंत्री दिनेश सिंह भोले चौक गए क्योंकि उसमें प्रदीप पुरी और उनके पुत्र अमित पुरी दोनों का नाम एसएमसी मैन पॉवर सॉल्यूशन में बतौर संविदा कर्मचारी वर्ष 2020 से वर्ष 2022 तक दर्ज था
जिसका मतलब साफ है कि प्रदीप पुरी जिनकी मृत्यु 2016 में हो चुकी थी वो वर्ष 2020 में ड्यूटी कैसे ज्वाइन कर सकता है बडी़ बात तो यह है कि प्रदीप पुरी मृतक ने केवल ड्यूटी नहीं ज्वाइन की बल्कि वेतन में लेते रहे और ईपीएफओ विभाग के दस्तावेजों के अनुसार वर्ष 2020 से लेकर वर्ष 2022 तक एसएमसी मैनपावर सॉल्यूशन में ड्यूटी करते रहें और वर्ष 2022 में प्रदीप पुरी द्वारा अपने फंड का स्वंय आवेदन कर फंड निकाला गया
केस्को महामंत्री दिनेश सिंह भोले ने जब यह बात पुलिस विवेचक को बताई तो उन्हे यकीन ही नहीं हुआ कि कैसे कोई मृतक ड्यूटी ज्वाइन कर सकता है फंड ले सकता है सैलरी लेता रहा है वो भी मरने के चार साल बाद…..
केस्को महामंत्री दिनेश सिंह भोले ने तुरंत प्रदीप पुरी की धर्मपत्नी अनीता पुरी और पुत्र अमित पुरी को काकादेव थाना बुला लिया हैलट व मृत्यु प्रमाण पत्र देखकर विवेचना अधिकारी के होश उड़ गये
केस्को महामंत्री दिनेश सिंह भोले का कहना है कि उन्हे पूर्ण विश्वास है कि ईपीएफओ विभाग के अधिकारियों की इसमें जरूर मिलीभगत रही है वर्ना मुर्दा को जिन्दा करना इंसान के बस की बात नहीं है
अगर कायदे से जाँच हो तो केन्द्र सरकार की आत्मनिर्भर भारत योजना में कितने का घोटाला किया गया और कितने मुर्दों को पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के फाइनेंशर सुनील शुक्ला उर्फ जीतू शुक्ला के सिडिंकेट ने जिन्दा किया सब समाने आ जाऐगा