कानपुर
कानपुर कमिश्नरेट थाना नवाबगंज अंतर्गत रामकुमार कबाड़ी बना शहंशाह,पुलिस की नाक के नीचे हो रहा खेल फिर भी राम जाने पुलिस की क्या है मंशा।
अवैध रूप से गाड़ियों को काटने का चला रहा गोरख धंधा।
आखिर कबाड़ी का कौन है मसीहा,या कोई बंदा,जिसके आगे नवाबगंज पुलिस है नतमस्तक,तभी तो फल फूल रहा है कबाड़ी का अवैध धंधा।
तभी तो पुलिस खबर चलने के बाद कबाड़ी को थाने तक लाती तो है,और चढ़ावा लेकर छोड़ देती है, बजाए कार्यवाही के।*
रामकुमार कबाड़ी और उसके गुर्गे पूरे कानपुर से अवैध बिना कागज के गाड़ियों को लेकर सुबह से लेकर शाम तक धड़ल्ले से गाड़ियां काट कर,और उनके जरूरी समानों को आधे रेट पर मोटर साइकिल सर्विस सेंटरों को बेचने कार्य करता है,बची चेचिस को काट कर गाडियो से भिजवाता है बाहर,जैसे की मेरे द्वारा पिछले वीडियो में दिखाया था ,कैसे ट्रक लोड हो रहा था।
चिड़िया घर मेन रोड के किनारे खुलेआम गाड़ियां कट रही है,सबको तो दिख रही है*,लेकिन नवाबगंज पुलिस आंखो में पट्टी बांध कर बंद आंखों से बस तमाशा देख रहा है।या फिर यूं कहे की थाना नवाबगंज प्रभारी से अपना थाना नही संभल रहा है।
अगर देखा जाए तो थाना प्रभारी निरीक्षक नवाबगंज में क्राइम ब्रांच से आए,है,इसके बाबजूद अपने थाने क्षेत्र का क्राइम नही खतम कर पा रहे है।
*ये तो वही कहावत हो गई, की ऊची दुकान फीके पकवान।
संवाददाता
राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट