तूफान और बारिश से उत्तर भारत में तबाही, कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त
फिरोज खान
पेड़, खंभे, होर्डिंग गिरने से सड़क मार्ग बाधित; सहारनपुर में आकाशीय बिजली से दो की मौत, फसलों को भारी नुकसान
उत्तर भारत के कई हिस्सों में बीती रात आई तेज़ आंधी और बारिश ने जमकर कहर बरपाया। दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा और मेरठ समेत पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तूफानी हवाओं और मूसलधार बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। जगह–जगह पेड़, बिजली के खंभे और बड़े-बड़े होर्डिंग गिर गए, जिससे कई स्थानों पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया।
गाजियाबाद और नोएडा में कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं मेरठ में तेज़ हवाओं के कारण कई कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है और दुकानों के शटर तक उखड़ गए। कुछ इलाकों में पानी भरने की वजह से लोगों को अपने घरों से निकलना मुश्किल हो गया।
सबसे दर्दनाक खबर सहारनपुर से आई, जहां आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि मृतक खेत में काम कर रहे थे, तभी अचानक तेज़ बिजली गिरने से उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। स्थानीय प्रशासन ने राहत और मुआवज़े की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इसके अलावा, बारिश और ओलावृष्टि की वजह से फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है। गेहूं और आम की फसलें सबसे ज़्यादा प्रभावित हुई हैं। किसानों का कहना है कि पहले ही मौसम की मार झेल रहे थे, अब इस तूफान ने बची-खुची उम्मीद भी खत्म कर दी है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे और सतर्क रहने की चेतावनी दी है। विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उत्तर भारत के कई इलाकों में मौसम का मिज़ाज बिगड़ा है, और अगले कुछ दिनों तक आंधी-तूफान और बारिश की आशंका बनी हुई है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और मौसम से जुड़ी चेतावनियों का पालन करें। आपदा राहत टीमों को अलर्ट पर रखा गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत राहत पहुंचाई जा सके।




