भारतीय वायुसेना की बड़ी कार्रवाई: LOC के पास पाकिस्तानी F-16 को किया ढेर, जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट, सैन्य कार्रवाई तेज
फिरोज खान की रिपोर्ट
भारतीय वायुसेना ने गुरुवार को देश की सुरक्षा में एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए नियंत्रण रेखा (LOC) के पास पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया। यह पाकिस्तानी विमान LOC के निकट स्थित केजी टॉप क्षेत्र से भारतीय वायुसीमा में जबरन प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था। लेकिन जैसे ही यह विमान भारतीय रडार सिस्टम पर आया, भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे आसमान में ही निशाना बना डाला।
इस ऑपरेशन में अत्याधुनिक S-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम की भूमिका अहम रही। रडार पर लक्ष्य की पहचान होते ही मिसाइल दागी गई, जिसने दुश्मन विमान को सटीकता से मार गिराया। इस कार्रवाई से न केवल पाकिस्तान को करारा संदेश मिला है, बल्कि यह भी स्पष्ट हो गया है कि भारत की वायुसीमा में किसी भी प्रकार की घुसपैठ को अब बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इससे पहले जम्मू विश्वविद्यालय के पास भी एक पाकिस्तानी जासूसी ड्रोन को भारतीय सुरक्षा बलों ने मार गिराया। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक यह ड्रोन संवेदनशील स्थानों की टोह लेने की कोशिश कर रहा था। जैसे ही यह ड्रोन भारतीय रडार में पकड़ा गया, उसे मार गिराया गया और उसके मलबे को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है।
इस बीच, कुपवाड़ा, बारामुल्ला, पुंछ और राजौरी जैसे सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान की तरफ से लगातार गोलीबारी की जा रही है। भारतीय सेना ने इसका जोरदार और मुंहतोड़ जवाब दिया है। सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी चौकियों को भारी नुकसान पहुंचा है। सुरक्षा बलों ने पूरे जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है और सीमावर्ती इलाकों में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की जा रही है।
गौरतलब है कि बीते कुछ हफ्तों में पाकिस्तान द्वारा लगातार संघर्षविराम उल्लंघन, ड्रोन की घुसपैठ और आतंकी गतिविधियों को हवा देने की कोशिशें की जा रही हैं। लेकिन भारतीय सेना और वायुसेना की सतर्कता और तेज कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारत की संप्रभुता के साथ किसी भी तरह का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मीडिया सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना ने सीमावर्ती गांवों में नागरिकों की सुरक्षा के लिए विशेष अभियान चलाया है और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। साथ ही, किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हेलीकॉप्टर, ड्रोन और निगरानी वाहनों की तैनाती भी की जा चुकी है।




