स्टांप घोटाले में फंसी टोल वसूलने वाली तीन कंपनियां, 3.51 करोड़ की नोटिस घोटाला:
टोल कंपनियों के खिलाफ जिलाधिकारी की अदालत में चल रहा केस
सर्वाधिक 2.52 करोड स्टांप चोरी का मामला चौकड़ी टोल प्लाजा पर
बस्ती: जिले में संचालित तीन टोल प्लाजा कंपनियां सौ रुपये के स्टांप पर संविदा कर टोल वसूली के खेल में फंसी हुई हैं। इन कंपनियों पर भारतीय स्टांप अधिनियम के तहत ने तीन करोड़ 51 लाख 93 हजार 400 रुपये का जुर्माना लगाया है। जुर्माने की रकम जमा करने के लिए तीनों पर वाद दायर कर नोटिस जारी हैं। जिन कंपनियों पर अर्थदंड डाला गया है। किसी ने एक साल के लिए टोल वसूली का ठेका ले रखा है, तो किसी ने तीन माह का। स्टांप चोरी कर सरकार को करोड़ो रुपये का चूना लगाया गया है। तीनों ही टोल प्लाजा की कंपनियां अलग-अलग राज्यों की हैं। जो टोल प्लाजा पर वसूली के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से अनुबंध किए हैं। सहायक महानिरीक्षक निबंधन की जांच में उसकी पुष्टि हुई थी। इसके बाद 24 दिसंबर 24 को इनके खिलाफ वाद दायर किया गया। सभी को नोटिेस जारी कर दिया गया है। स्टांप चोरी का यह मामला जिलाधिकारी की अदालत कोर्ट में विचाराधीन है। सुनवाई के दौरान प्रथम दृष्टया कोर्ट ने कंपनी को स्टांप ड्यूटी चोरी का दोषी माना है। स्टांप ड्यूटी में चोरी का मामला सहायक महानिरीक्षक निबंधन बस्ती देवेन्द्र कुमार की जांच में पता चला था। सर्वाधिक स्टांप चोरी का वाद चौकड़ी टोल प्लाजा छावनी की फर्म शिवा कारेपोरेशन पर दो करोड़ 52 लाख 54 हजार 640 रुपये की स्टांप चोरी सामने आई है। इसके अलावा बड़ेवन टाेल प्लाजा की फर्म रिद्धि-सिद्धि एसाेसिएटस पर 86 लाख 11 हजार तथा अक्सड़ा टोल प्लाजा के संचालक मेसर्स लालजी पाठक पर 13 लाख 27 हजार 160 रुपये जुर्माना लगाया गया है। इसके अतिरिक्त विलेख के निष्पादन की तिथि से वास्तविक वसूली की तिथि तक कम स्टांप की धनराशि पर 1.5 प्रतिशत प्रति माह की दर से ब्याज वसूलने के निर्देश दिए गए हैं।जिले की शीर्ष राजस्व अदालत की भारतीय स्टांप अधिनियम की धारा 33 के तहत की गई कार्रवाई के बाद जनपद में संचालित तीनों टोल कंपनियों के संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है।
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टोल प्लाजा कंपनियों पर पूर्व में भी 43 करोड़ की राजस्व वसूली का बकाया चल रहा है। इसके लिए आरसी भी जारी हो जारी चुकी है। टोल कंपनी ने 21 करोड़ जमा करा दिया दिया था। अभी भी शेष राजस्व बकाए की वसूली के लिए आरसी जारी हो चुकी है। समय से बकाया राजस्व नहीं जमा करने पर अन्य विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
: प्रतिपाल सिंह चौहान, अपरजिलाधिकारी, वित्त एवं राजस्व, बस्ती
स्टांप घोटाले में फंसी टोल वसूलने वाली तीन कंपनियां, 3.51 करोड़ की नोटिस घोटाला:
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