बगरौन के ग्रामीणों ने बीएसए पर लगाए हिटलरशाही के आरोप
-मानकों के विपरीत बीएसए द्वारा प्राथमिक विद्यालय को संविलियन करने का है आरोप
महोबा संवाददाता संजना तिवारी
महोबा। विकासखंड चरखारी के बगरौन गांव के प्राथमिक विद्यालय को बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा नियम विरुद्ध संविलियन कर भ्रष्टाचार किए जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं। बीते रोज़ ग्राम प्रधान एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों के साथ ग्रामीणों द्वारा एकजुट होकर कलेक्ट्रेट में अपनी शिकायत उप जिला अधिकारी महोबा को सौंपकर संविलियन कार्यवाही निरस्त कराए जाने की मांग की है।
ग्राम प्रधान समेत विद्यालय प्रबंधन समिति के आधा दर्जन से अधिक सदस्यों व ग्रामीणों जय सिंह, तुलसीदास, बृज किशोर, बाबूलाल, राघवेंद्र सिंह, जगत सिंह, हरनारायण यादव, मकुंडी, भोलानाथ, हरपाल सिंह, राजेश, दिनेश, धूराम, नारायणदास, दिलीप, सुघर सिंह व कुंवर लाल के द्वारा जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपनी समस्या से अवगत कराया गया है। शिकायत में वर्तमान बेसिक शिक्षा अधिकारी पर हिटलरशाही का आरोप लगाते हुए उक्त सभी ने बताया कि प्राथमिक व जूनियर स्कूलों के रास्ते व बाउंड्री अलग अलग होने के बावजूद किसी दुरभि संधि के चलते मानकों के विपरीत प्राथमिक विद्यालय को संविलियन कर दिया गया है। ग्राम प्रधान व एसएमसी द्वारा बेसिक शिक्षा अधिकारी को अवगत कराने को नेतागिरी करने की बात कहकर विद्यालय के संविलियन होने की बात का विरोध न करने की हिदायत दी जा रही है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा व निर्माण आदि के कार्यों की गुणवत्ता बेहतर है लेकिन विद्यालय के नियम विरुद्ध संविलियन की कार्यवाही को निरस्त किए जाने की मांग को बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा दबाए जाने का प्रयास किया जा रहा है।