कानपुर में महीनों बीतने के बाद भी हत्याकांड का नहीं हुआ खुलासा: असलम और दिनेश की नृशंस हुई थी हत्या…पुलिस की टीमें तलाश में जुटी
चकेरी और बिधनू थानाक्षेत्र में हुईं हत्याओं का खुलासा चार माह बाद भी नहीं हो सका है। चकेरी में गद्दा कारीगर की उसके ही दो कर्मचारियों ने चापड़ से गला रेतकर हत्या की थी।
वहीं बिधनू में ट्रक चालक को उसकी पत्नी ने देवर के साथ मिलकर पेट में चाकू घोपकर हत्या करने के बाद तालाब में शव को फेंक दिया था। पुलिस काफी दिनों तक संदिग्धों को उठाकर पूछताछ करती रही, लेकिन जब कोई सफलता नहीं मिली तो मामले को भूल गई।
चकेरी में जेके फर्स्ट में 55 वर्षीय असलम रजाई व गद्दा का काम कर पत्नी शकीला और चार बेटों का पालन पोषण करता था। परिजनों ने पुलिस को बताया था कि वह दुकान में ही दो कर्मचारी जगदंबा और अकील के साथ सोता था। 17 अप्रैल की रात में नशेबाजी के दौरान दोनों आरोपियों ने किसी विवाद के बाद चापड़ से गला रेतरकर हत्या कर दी थी। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे।
इस संबंध में चकेरी प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार दुबे ने बताया कि आरोपी मोबाइल फोन नहीं इस्तेमाल करते हैं। इस कारण काफी परेशानी हो रही है। इसी प्रकार बिधनू के खेरसा गांव में मूलरूप से लखीमपुर खीरी के कुड़रीरूप सेनारूप निवासी ट्रक चालक 45 वर्षीय दिनेश बाजपेई को उसकी पत्नी राखी ने देवर मनोज के साथ मिलकर चाकू से हत्या करने के बाद हाथ पैर बांधकर घर के सामने स्थित तालाब में शव को फेंक दिया था।
शव के उतराने पर घटना की जानकारी हुई थी। घटना को तीन माह से ज्यादा का समय बीतने वाला है, लेकिन आरोपियों का पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पाई है। बिधनू पुलिस ने बताया कि लगातार टीमें तलाश कर रही हैं। जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा
अनुज सिंह की रिपोर्ट