शर्मनाक: रोडवेज बस कंडक्टर ने यात्रियों से चंदा करके डलवाई नई ट्यूब
॰ परिवहन अधिकारी का दो टूक जवाब से चालक के छलके आंसू
॰ यात्रियों ने चंदा करने का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला
कार्यालय संवाददाता, कानपुर
अमृत विचार। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की एक बस पंचर होने पर बीच रास्ते में फंसे मजबूर यात्रियों ने चंदा कर टायर में ट्यूब डलवाई और कानपुर के एक परिवहन यूनियन के नेता को वीडियो भेजकर मुख्यमंत्री से लेकर परिवहन मंत्री तक भिजवाने की गुहार लगाई।
उत्तर प्रदेश सरकार जहां बड़े बड़े दावे ठोंक रही है, वहीं दूसरी तरफ परिवहन विभाग सरकार को बदनाम करने में जुटा है, घटना बुधवार रात की है, एक बस लखनऊ से बहराइच होते हुए रुपैडिहा जा रही थी। रास्ते में पंचर हो गई। रात के समय छोटे छोटे बच्चे बस में परेशान हो गए। बस को एक पंचर वाले के यहां चालक ले गया तो पंचर वाले ने बताया कि इसकी ट्यूब बेकार हो गई है, दूसरी ट्यूब लगेगी जो 1100 रुपये की है। इसपर चालक ने अपने अधिकारी से बात की तो अधिकारी ने हाथ खड़े कर दिये और कहा कि बस वहीं खड़ी कर दो और यात्रियों को किसी दूसरी बस में ट्रांसफर कर दो जिससे रात के समय यात्री परेशान हो गये क्योंकि बस में कई महिलायें, बच्चे, बूढ़े भी थे। चालक के आंसू छलकते देख यात्रियों ने चंदा करके टायर की ट्यूब लगवाने का फैसला लिया। इसी बस में यात्रा कर रहे एक अधिवक्ता नीरज गौड़ ने 20-20 रुपये सबसे चंदा किया और फिर बस में नई ट्यूब डाली गयी, तब बस आगे बढ़ी।
गौरतलब है कि परिवहन की बसों का बुरा हाल है, अधिकारी मुख्यमंत्री को भ्रमित कर रहे हैं। सही जानकारी नहीं देने का नतीजा है कि हालात खराब हो रहे हैं।
इस संबंध में एक यात्री ने कानपुर के संयुक्त परिषद के एक नेता को वीडियो भेजकर सीएम से लेकर परिवहन मंत्री तक भेजने की गुहार लगाई है ताकि सीएम को सच्चाई का पता चल सके। इस संबंध में एआरएम झकरकटी बस अड्डा महेश कुमार का कहना है कि ये घटना उनके परिक्षेत्र की नहीं है।
इंसेट….
देखिये बसों की व्यवस्था कैसे धड़ाम हो रही
॰ सभी बसों में जीपीएस सिस्टम लगा था, जो खत्म हो चुका है, दूसरा सिस्टम लगाना है, कब लगेगा, ये कोई नहीं जानता।
॰ बसों में इतनी बारिश में मुख्य शीशे पर वाइपर तक नहीं है।
॰ इंदौर, बालाजी, भोपाल जैसी लंबी दूरी की बसें असफल होने के बाद बंद हो गईं। प्राइवेट बसों में
इतनी सवारी है कि वेटिंग में यात्री होते हैं।
॰ अधिकतर एसी बसें मेंटीनेंस के अभाव में विकास नगर डिपो में डंप हो रही हैं।
॰ शहीद मेजर सलमान खान अंर्तराज्यीय झकरकटी बस अड्डा बीते दो दशक से पीपीपी मॉडल के इंतजार में धंस रहा है।
ब्यूरो
असरफ जमाल की रिपोर्ट