संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ता विकास वर्ग-द्वितीय समापन समारोह’ को संबोधित किया. इसमें उन्होंने तमाम मुद्दों पर बात की.
उन्होंने कहा कि पैगंबर साहब का इस्लाम क्या है? यह सोचना होगा. ईसाइयत क्या है? सोचना पड़ेगा. भगवान ने हम सबको बनाया है. उनकी बनाई कायनात के बारे में सोचना होगा. सोच समझकर जो समय के प्रवाह में विकृतियां आई हैं, उनको हटाकर ये जानकर कि मत अलग हो सकते हैं लेकिन हमको इस देश को अपना मानकर व्यवहार करना होगा. इसके लिए आदत की आवश्यकता होती है.
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि मत और तरीके अलग हो सकते हैं लेकिन हमें इस देश के सभी लोगों को अपना भाई मानना होगा. विचार तो अच्छे होते हैं लेकिन दशकों की जो आदत है, उसे सुधारने में समय लगता है. इसलिए रोज व्यायाम करने की जरूरत है. इसके लिए संघ की शाखा होती है. संघ इसी के लिए है.
ब्यूरो रिपोर्ट