जीतू पटवारी ने सी एम मोहन यादव पर साधा निशाना
मोहन यादव जी
– आप मुख्यमंत्री हैं!
– आप “गृहमंत्री” भी तो हैं!
– जन सुरक्षा आपकी जवाबदेही है!
– कानून व्यवस्था आपकी जिम्मेदारी है!
• आज क़ानून व्यवस्था के बिगड़ते हालात चरम पर है, लेकिन आपको प्रदेश की कोई चिंता नहीं है!
राजधानी भोपाल में स्कूल संचालक द्वारा मासूम से दुष्कर्म मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बड़ा सवाल उठाया है। उन्होंने पूछा है कि उस स्कूल संचालक के घर और स्कूल पर बुलडोजर क्यों नहीं चला जहां 8 साल की मासूम बच्ची के साथ बलात्कार किया गया
और कोई होता तो अब तक उसका घर टूट चुका होता
मप्र की 29 लोकसभा सीटों पर मतदान खत्म होने के बाद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पटवारी ने कहा- भोपाल के स्कूल में 8 साल की बच्ची से दुष्कर्म हुआ। उसका संचालक बीजेपी से जुड़ा है। इसलिए बुलडोजर की बात नहीं की जा रही। और कोई होता तो अब तक उसका घर टूट चुका होता।
मप्र की 29 लोकसभा सीटों पर मतदान खत्म होने के बाद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पटवारी ने कहा- भोपाल के स्कूल में 8 साल की बच्ची से दुष्कर्म हुआ। उसका संचालक बीजेपी से जुड़ा है। इसलिए बुलडोजर की बात नहीं की जा रही। और कोई होता तो अब तक उसका घर टूट चुका होता।
जीतू पटवारी ने कहा कि मोहन यादव को 5 महीने में 5 पत्र लिखे। उनसे पूछा कि आपके पास क्या क्राइम रोकने की कोई योजना है। आप गृहमंत्री का पद छोड़ दो, आपसे जिम्मेदारी नहीं संभल रही। जहां से मुख्यमंत्री आते हैं वहां छोटी-बड़ी 13 घटनाएं हो चुकी हैं। शहडोल में माफिया लगातार हमारे जांबाज अधिकारी कर्मचारियों की हत्या कर रहे है । लेकिन, सरकार चुप है। व्योहारी में वन विभाग की टीम पर पेट्रोल बम फेंक दिया गया। अभी मैं और विक्रांत भूरिया एक रेप पीड़ित बच्ची के घर गए थे। हम न बच्ची से मिले न माँ से मिले फिर भी मेरे ऊपर केस दर्ज कर दिया।
कांग्रेस छोड़ने वालों को भाजपा के मंच पर नहीं मिल रहा स्थान
जो लोग पार्टी छोड़कर चले गए हैं, वे अब भाजपा के मंच पर भी नजर नहीं आएंगे। उनको उनका साथ ही मुबारक हो। पार्टी छोड़कर जाने वालों को लेकर पार्टी की रणनीति तैयार की जाएगी।मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव को लेकर उन्होंने कहा कि सौ दिन में पता नहीं क्या-क्या करने का वादा किया था पर कानून व्यवस्था की स्थिति क्या है, ये स्वयं देख लें। उज्जैन में ही 13 घटनाएं हो चुकी हैं। माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि अब तो पुलिस पर ही हमले होने लगे हैं। इनसे निपटने के स्थान पर मुख्य विपक्ष दल के नेता किसी पीड़ित के घर चले जाते हैं तो गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज करवा दिए जाते हैं। प्रत्येक विभाग में एक वर्ग सक्रिय हो गया है जो यह दावा करता है कोई भी काम हो हम करवा देंगे। इसको लेकर जल्द ही पार्टी सूची जारी करेगी।
स्मृति यादव की रिपोर्ट