केजरीवाल जेल से सरकार नहीं चला सकते
क्योंकि केजरीवाल जी पर वही जेल मैनुअल लागू होगा, जो आम ट्रायल कैदी पर लागू होता है। न फोन की सुविधा न मीटिंग की सुविधा। मुलाकात की संख्या सीमित। ऐसे में तिहाड़ जेल से कैसे सरकार चला सकेंगे ? जेल से कैसे फाइलें पास होंगी ? इसलिए केजरीवाल को अपनी पत्नी या किसी को गद्दी सौंपनी होगी। राजनीतिक जानकारों की माने तो।
फिरोज खान की रिपोर्ट