BJP विधायक ने इस्तीफा वापस लेने का किया ऐलान, इस वजह से हो गए थे नाराज
विधायक केतन ईनामदार ने बताया कि कल रात डेढ़ बजे विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा ईमेल के जरिए भेजा थागुजरात की सावली विधानसभा के भाजपा विधायक केतन ईनामदार ने गुजरात विधानसभा अध्यक्ष को भेजा अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया है.
गुजरात की सावली विधानसभा के भाजपा विधायक केतन ईनामदार ने गुजरात विधानसभा अध्यक्ष को भेजा अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया है. गांधीनगर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी.आर. पाटिल ने विधायक केतन ईनामदार के साथ बैठक की. इस बैठक में उनकी नाराजगी दूर की गई. इसके बाद विधायक ने इस्तीफा वापिस लेने का ऐलान किया है.
विधायक केतन ईनामदार ने बताया कि कल रात डेढ़ बजे विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा ईमेल के जरिए भेजा था. अंतरआत्मा की आवाज सुनकर मैंने इस्तीफा दिया था. लेकिन जब इसकी जानकारी प्रदेश अध्यक्ष समेत नेताओं को हुई तो मेरी बात सुनकर मेरे प्रश्नों को हल किया गया है. मेरी और मेरे क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की वेदना मैंने सभी से बताई. प्रदेश अध्यक्ष, प्रभारी, संगठन मंत्री समेत नेताओं ने मेरी अंतरआत्मा की बात सुनी है.
विधायक ने कहा कि लोकसभा के चुनाव सामने हैं. पीएम मोदी तीसरी बार देश का नेतृत्व करने जा रहे हैं. ऐसे में भविष्य में फिर ऐसा नहीं होगा. मैं सोच समझकर अपना इस्तीफा वापिस ले रहा हूं. पक्ष और कार्यकर्ताओं के मान सम्मान की बात थी. 2020 में जब इस्तीफा दिया तब भी मेरी बात सुनी गई है. आज फिर मेरी बात सुनी गई है.
उन्होंने कहा कि विधायक के तौर पर तीसरी टर्म है. साल 2027 में विधानसभा का चुनाव मैं नहीं लड़ूंगा. इसलिए मैं अपने क्षेत्र के सारे काम 2027 से पहले पूरा करना चाहता हूं. इसकी वजह से कई बार गलती होती है. कुछ प्रोजेक्ट जो आचार संहिता की वजह से मेरे क्षेत्र में शुरू नहीं हो पाए, जिसको लेकर नाराजगी थी. मेरे क्षेत्र के निर्णय स्थानीय लोगों को विश्वास में लेकर हो ऐसी आशा करता हूं.
बता दें कि साल 2022 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप सिंह राउलजी भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़े थे, जिनको भाजपा के केतन इनामदार ने ही पराजित किया था. हालांकि कुलदीप सिंह राउलजी अब भाजपा में शामिल हो गए हैं और लोकसभा चुनाव के लिए सावली सीट से उन्हें प्रभारी बनाया गया है. इसी से नाराज होकर केतन ईनामदार ने अपना इस्तीफा पेश किया था
राजनीती