ताकतवर होता वायरस, बढा रहा जोडो का दर्द
अस्पतालों में अधिकाश मरीज जोडो व घुटनों के दर्द के, युवाओं को भी हो रही परेशानी
कानपुर नगर, बदलते मौसम में साथ होने वाले वायरल अब कुछ समय के लिए शहरवासियों के परेशानी का कारण बन सकते है। वैसे भी बुखार, सर्दी और जुकाम का वायरस लोगों को परेशान कर रहा है लेकिन अब यह वायरस इतना शक्तिशाली हो चुका हैकि इसका प्रभाव शरीर के जोडो और घुटनों पर पड रहा है। लगातार इस वायरस से ग्रसित मरीज हैलट ओपीडी में बडी संख्या में आ रहे है। इतना ही नही महिलाऐं और युवा भी इस वायरस की चपेट में आ रहे है।
इस समय यदि कोई बुखार से ग्रसित होता है तो ऐसे मरीजों के बुखार के साथ जोडों के दर्द का भी सामना करना पड रहा है। युवा भी इससे अलग नही है। हर उम्र के लोगों को इस वायरस का सामना करना पड रहा है। बीते दिनों में हैलट अस्पताल की आर्थोपेडिक विभाग की ओपीडी में जोड तथा घुटनों के दर्द के मरीजो की संख्या की खासी बढोत्तरी पाई गयी है। खतनाक स्थित तक और भी हो जाती है, जब पहले से ही जोडो, घुटनो के दर्द, गठिया के रोगी को फीवर आता है और उनकी परेशानी काफी बढ जाती है। डाक्टरों की माने तो बुखार आने की दशा में 25 प्रतिशत मरीज घुटने व जोड के दर्द से ग्रसित पाये गये है। वहीं बुखार ठीक होने के बाद भी एक से दो महीनो तक जोडो का दर्द बना रह सकता है। बता दें कि काफी समय पहले चिकनगुनिया नामक वायरस बुखार के कारण ही हालात हो जाते थे और उसमें व्यक्ति तत्काल जोडो के दर्द से कराह उठता था। डाक्टर बताते है कि पूर्व में चिकनगुनिया से पीडित मरीजों को जोडो के दर्द की समस्या आसानी से हो जाती है। यह बुखार का वायरस हडिडयों को कमजोर कर रहा है और इसका खासा प्रभाव कमजोर इम्युनिटी वालों मरीजों पर पड रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए डाक्टरों ने प्रतिदिन व्यायाम करना जहां जरूरी बताया तो वही कैल्शियम युक्त आहार को सर्वश्रेष्ठ बताते हुए वनज पर नियंत्रण रखने की सलाह दी।
हरिओम की रिपोर्ट