हिंट एंड रन कानून के खिलाफ ट्रांसपोर्टर, ट्रक चालक तथा टैक्सी चालक हडताल पर
Û चालको ने नेशनल हाईवे-2 किया जाम, ऑटो टैक्सी के बिना परेशान रहे शहरी
Û साधन न मिलने पर सडकों पर पैदल चलती रही सवारियां, चौराहो पर सैकडों लोगो की भीड
Û कुछ टैक्सी और ई-रिक्शा को चलता देख रूकवाया गया, उतरवाई गयी सवारियां
कानपुर नगर, देश में लागू हुए नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ ट्रांसपेर्टर, ट्रक चालको के साथ ही टैक्सी यूनियन के चालकों में भी आक्रोश है और परिणाम स्वरूप सोमवार को कानपुर सहित कई जिलों में बस, ट्रक और टैक्सी चालकों ने जहां हडताल कर विरोध प्रदशन किया तो वहीं साधन उपलब्ध न होने के कारण रोजमर्रा काम पर जाने वाले आम जनमानस को परेशानी का सामना करना पडा। साधन न होने के कारण चौराहो पर पुरूषो, महिलाओं व बच्चों की भीड लगी रही और लोग समय से अपने गतव्य नही पहुंच सके। कुछ टैक्सी व ईरिक्शा सडकों पर नजर भी आये तो उन्हे यूनियन के लोगों द्वारा रोका गया और सवारियों को उतरवा दिया गया। ट्रक चालों ने नेशनल हाईवे-2 जाम कर दिया जिससे भौंती बाईपास तक जाम लग गया।
बता दे कि भारतीय न्याय संहिता 2023 के अतंर्गत मार्ग दुर्घटना के बाद भागने पर चालक के लिए 7 लाख जुर्माना तथा दस वर्ष की सजा का प्राविधान किया गया है, जिसे लेकर व्यवसायिक वाहन चालकों में असंतोष है। जहां इस नएकानून को लेकर यूपी मोटर ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन विरोध कर रहा है तौ टैक्सी यूनियन भी विरोध में उतर आया है। सोमवार को टैक्सी चालकों ने हडताल कर दी, जिससे यातायात की स्थिति बिगड गयी। सडकों पर ऑटो टैक्सी न चलने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पडा। वहीं कुछ ऑटो और ईरिक्शा को यूनियन के लोगों द्वारा जगह-जगह रोकर सवारियांे को उतार दिया गया, वहीं चालकों ने नेशनल हाईवे-2 पर जाम लगा दिया जिससे भौंती बाईपास तकजाम लग गया। चलको द्वारा सरकार से कानून वापस लेने की मांग की गयी। दूसरी ओर रनियां में भी ट्रक चालकों ने चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया, जिससे कई किलोमीटर का भीषण जाम लग गया। इस दौरान पुलिस प्रशासन सजग रहा और कई स्थानों पर स्थिति को संभालता नजर आया। बताया जाता है कि आगामी मार्च से नए हिट एंड रन कानून को लागू कर दिया जायेगा। इससे पहले शनिवार को भी चालकों द्वारा प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार किया गया था। सचंेडी पुलिस ने नारेबाजी व जाम लगा रहे वाहन चालको को समझाा कर शांत कराया तथा चक्का जाम कर रहे ट्रो को रास्ते से हटवाया, जिसके बाद यातायात सामान्य हो सका।जनता ने कानून को ठहराया सही
मार्च माह में लागू होने वाले नए कानून का जहां विरोध किया जा रहा है तो इसे शहर की जनता सही मान रही है। कुछ नगर वासियों से बात करने के बाद उन्होने बताया कि सडकों पर जहां टैक्सी और ईरिक्शा की अराजकता से रोजाना आम जनता को परेशान होता पडता है तो हाईवे पर चालकों की लापरवाही और अनियंत्रित गति से आये दिन बडी मार्ग दुर्घटनाये होती रहती है, जिसमें दर्जनो लोगो की जान जाती है। कानून बनने से लापरवाह चालको के मन में भय उत्पन्न होगा और सडक दुर्घटनाओं में कमी आयेगी।
संवाददाता
हरिओम की रिपोर्ट