“उत्तर प्रदेश में सरकार बनानें में अहम”भूमिका” निभाते हैं ब्रहमण समाज के लोग शाय़द अब ये बात समझ गये अखिलेश यादव*”
अटल बिहारी शर्मा – हम बात करें राजनीति की तो उत्तर प्रदेश के रास्ते से ही दिल्ली का सफ़र तय होता है।
और उत्तर प्रदेश में राजनीति चमकानी है तो ब्राह्मणों का वोट पाना बेहद ज़रुरी है।
कांग्रेस तब तक राज की जब तक ब्राह्मणों का वोट कांग्रेस के खाते में जाता रहा।
लेकिन कांग्रेस ने जैसे मुस्लिम दलित पिछड़ों के वोट के लालच में आई और ब्राह्मणों को बायकाट करना शुरू किया कांग्रेस की उल्टी गिनतीं शुरू हो गई।
यही हाल बहन कुमारी मायावती का भी रहा।
हम बात करें समाजवादी पार्टी का तो वो भी जब तक ब्राह्मणों को पार्टी में जगह दिये तब तक राज किये जैसे पिछड़े दलित मुस्लिम वोटों के चक्कर में ब्रहमण समाज से दूरी बनायें उनका भी हाल वही हुआ और भारतीय जनता पार्टी ब्राह्मणों को जगह देकर बाजी मार कर लगातार बहुमत हासिल करके सरकार की कुर्सी पर कब्ज़ा बनाई हुई है।
पर अब कांग्रेस हो या बसपा या फिर सपा।
ब्राह्मणों को अपने पाले में लाने के फ़िराक में लग चुके हैं।
सबके सब ब्रह्मण महापंचायत करा कर ब्राह्मणों को अपनी तरफ खींचने के लिए नये नये तरीक़े अपना रहें हैं।
इसी तरह अब अखिलेश यादव भी ब्रहमण कार्ड खेलने के लिए महापंचायत करा रहें हैं।
एक तरफ समाजवादी पार्टी में बैठे स्वामी प्रसाद मौर्य ब्राह्मणों के प्रति सनातन के खिलाफ ज़हर उगल रहे हैं तो वहीं दुसरी तरफ अखिलेश यादव ब्राह्मणों को गले लगाने के लिए बेताब हैं।
अब सवाल यहां ये उठ रहा है कि क्या स्वामी प्रसाद मौर्य ब्राह्मणों का सम्मान करेंगे सनातन धर्म को प्रणाम करेंगे अपनी भूल की माफ़ी मांग कर ब्राह्मणों के कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे या फिर समाजवादी पार्टी से अलग हो कर अपनी भौकाल टाइट करके पहले की तरह बयानबाजी करते रहेंगे।
पर जिस तरह से अखिलेश यादव ब्रह्मण समाज को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रहे हैं उससे साफ जाहिर हो रहा है कि अखिलेश यादव को पुर्ण विश्वास हो चुका है कि बिना ब्रहमण समाज के सरकार बनाना आसान बात नहीं है।
पर सवाल ये भी है कि आने वाले दो हजार चौबीस लोकसभा चुनाव में ब्राह्मणों की टोली अखिलेश यादव के तरफ़ जाती है या फिर भारतीय जनता पार्टी का समर्थन करके अपनी ताकत दिखा कर कांग्रेस बसपा सपा को फिर पांच वर्षों का इंतजार करवाती है।
हिन्दुत्व सनातन विरोधियों पर भारी पड़ कर सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास वाले नारे पर अडिग हो कर देश में राम राज्य क़ायम रखती है।
टाइम्स एंड स्पेस न्यूज ब्यूरो कानपुर
अशरफ़ जमाल रिपोर्ट