*उन्नाव में साइबर अपराधों पर रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया गया एसपी उन्नाव ने जानकारी।*
पंकज श्रीवास्तव ब्यूरो
उन्नाव। बढ़ते साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश सिंह के निर्देशन और अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी के पर्यवेक्षण में साइबर क्राइम थाना ने बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। त्वरित कार्रवाई, पीड़ितों की मदद और फ्रॉड रोकथाम को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए है। उन्नाव में साइबर अपराधों पर नकेल कसने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया गया। थाना स्तर पर NCRP पोर्टल और 1930 हेल्पलाइन पर तुरंत शिकायत दर्ज कराने को लेकर जागरूकता अभियान चलाए गए। साथ ही जनपद के हर थाने में साइबर हेल्पडेस्क का गठन किया गया। बता दे कि साइबर क्राइम थाना उन्नाव ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 45 पीड़ितों को लगभग ₹38 लाख 52 हजार की ठगी गई धनराशि वापस कराई। वहीं साइबर पोर्टल पर मिली शिकायतों के आधार पर करीब ₹1.5 करोड़ रुपये विभिन्न बैंक खातों में फ्रीज कराए गए। सिम विक्रेताओं का सत्यापन कराया जा रहा है और फर्जी तरीके से सिम बेचने वाले POS एजेंटों के खिलाफ 4 अभियोग दर्ज कर कार्रवाई की गई है। इसी प्रकार फर्जी बैंक खाता खुलवाने वाले 4 खाताधारकों पर मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। ऑनलाइन वित्तीय अपराधों के नेटवर्क पर भी बड़ा प्रहार किया गया। 700 म्यूल बैंक खातों को डेबिट फ्रीज कराया गया। 2900 संदिग्ध मोबाइल नंबर ब्लॉक। 800 मोबाइल IMEI नंबर ब्लॉक। फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करने वाले गिरोह पर भी करवाई हुई। 2 मुकदमे दर्ज कर 4 अभियुक्त गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। इस कार्रवाई में ₹3,52,000 की धनराशि भी पीड़ितों को रिफंड कराई गई। साइबर अपराध पर लगातार कार्रवाई और जागरूकता के जरिए उन्नाव पुलिस साइबर फ्रॉड को रोकने की दिशा में मजबूत प्रयास कर रही है। उन्नाव पुलिस साइबर अपराध पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। हमारा प्रयास है कि पीड़ितों को त्वरित राहत मिले और किसी भी प्रकार की साइबर ठगी को तुरंत रोका जा सके। सभी नागरिक NCRP Portal और 1930 हेल्पलाइन का अधिक से अधिक उपयोग करें।




