*‘अगर संस्कार नहीं किया तो फंसा देंगे’ – पुलिस का परिजनों पर दबाव!*
कानपुर के रावतपुर में ब्लैकमेलिंग से तंग आकर आत्महत्या करने वाली युवती रिया गौतम को इंसाफ मिलने से पहले ही उसे मिटा दिया गया… पुलिस ने परिजनों की ना-नुकुर के बावजूद जबरन अंतिम संस्कार करा दिया।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस न आरोपी पकड़ सकी, न मदद कर सकी, उल्टा जब वो न्याय की मांग करने लगे तो धमकाने लगी।
📍 *क्या है पूरा मामला:*
गजनेर (कानपुर देहात) निवासी रिया गौतम (23) अपनी बहन की डिलीवरी के लिए रावतपुर आई थी। वहीं मोहल्ले के गौरव नामक युवक ने उसे अपने जाल में फंसा लिया।
आरोप है कि गौरव ने उसकी कुछ फोटो खींची और फिर ब्लैकमेल करने लगा। मिलने से इनकार करने पर फोटो वायरल करने की धमकी दी।
डर और बदनामी के डर से रिया ने मंगलवार देर रात आत्महत्या कर ली।
*फिर शुरू हुआ दबाव का खेल:*
परिजनों ने जब तक गिरफ्तारी नहीं, तब तक अंतिम संस्कार नहीं करने का फैसला किया तो बुधवार देर रात पुलिस घर पहुंची और दामाद को धमकाया – “तुम्हारे ही घर में सुसाइड हुआ है, नहीं जलाओगे तो तुम्हें ही फंसा देंगे!”
मां रीता का आरोप है कि सुबह जब बेटा अंतिम संस्कार के वक्त वीडियो बनाने लगा, तो पुलिस ने उसका मोबाइल छीन लिया।
ऊपरी अधिकारियों ने दबाव के साथ आश्वासन दिया कि 2 दिन में गिरफ्तारी हो जाएगी, तब जाकर मजबूरी में नजीराबाद कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया गया।
फिलहाल आरोपी गौरव का घर बंद है, वह फरार है।
परिवार आज भी एक ही सवाल पूछ रहा है – क्या इंसाफ मांगना अब गुनाह है? क्या रिया की मौत के बाद भी उसे चैन नहीं मिलेगा?
डिस्टिक हेड
राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट




