*भ्रष्टाचारियों के हाथ लोहे से भी ज़्यादा हुए मज़बूत*
*कानपुर शहर में भ्रष्टाचार की दौड़ रही रेल, जिसको रोकने में असफल विभागों के जिम्मेदार उच्च अधिकारी*
*शहर का बड़ा भ्रष्टाचार विभाग केडीए, जहां चल रही भ्रष्टाचारियों की तानाशाही में संविदा कर्मचारी की नौकरी हो गई बलिदान*
*तो वहीं प्रगतिशील कर्मचारी संघ के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी भ्रष्टाचार के खिलाफ़ आवाज़ उठाकर भी नहीं बचा पाए अपनी कुर्सी*
*केडीए विभाग के भ्रष्टाचारी गैंग ने भ्रष्टाचार के खिलाफ़ उठाने वालों को भी टिकवा दिए घुटने, तो वहीं पीड़ित कर्मचारियों के साथ खड़े रहने वाला प्रगतिशील कर्मचारी संघ जैसे संगठन भी हुए धूमिल*
*भ्रष्टाचार का वह बड़ा काला साया जिसके आगे ईमानदार कर्मतशील कर्मचारी गढ़ हुए नतमस्तक,भ्रष्टाचारियों के आगे अधिकारियों ने भी अपने आप को किया उनके हवाले*
*आज मौजूदा समय में भ्रष्टाचार के खिलाफ उठने वाले हर आवाज़ को झूठे मुकदमों में फसाने का किया जा रहा है बड़े स्तर पर काम
*बिजलेंस और मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा दिए गए आदेशों का किया जा रहा खुलेआम उल्लंघन, केडीए विभाग सरकार द्वारा आउट सोर्सिंग के कर्मचारियों को भी कर रहा अनदेखा, तो वहीं भ्रष्टाचार के खिलाफ़ आवाज़ उठाने वाले राकेश रावत और आशीष निगम जैसे कर्मचारी आज घूम रहे हैं परिसर के बाहर
डिस्टिक हेड
राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट




