सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने औचक निरीक्षण किया। वहां एक्सरे टेक्नीशियन रजिस्टर में हस्ताक्षर कर नदारद रहे। इसके साथ ही डाॅक्टर और छह कर्मी भी छुट्टी लिए बिना गायब रहे। डीएम ने सभी आठ का वेतन रोकने का आदेश दिया है। चिकित्सा अधीक्षक ने अप्रैल में सिर्फ सात ओपीडी की, जबकि महीने भर में केवल 60 ही एक्सरे हुए। उन्होंने सीएमओ को जांच के लिए भी कहा है।
डीएम के सीएचसी पहुंचते ही उपस्थिति रजिस्टर की जांच की। यहां एक्सरे टेक्नीशियन अमन वर्मा नहीं मिले, लेकिन उनके हस्ताक्षर रजिस्टर में थे। इसके साथ ही डाॅ. अश्वनी कुमार बाघमारे, आशीष कुमार श्रीवास्तव, साैरभ राय, मलखान सिंह, डीके सोनी, अनूप कुमार, श्याम सुंदर नदारद रहे। उनकी कोई भी छुट्टी रजिस्टर में नहीं थी। डीएम ने अन्य स्टाफ से कई सवाल किए, लेकिन कोई सही जवाब नहीं दे सका। जांच करने पर पता चला कि चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अभिषेक कटियार खुद ओपीडी में मरीजों को नहीं देखते हैं। उन्होंने जब सवाल किए तो अधीक्षक ने संचारी रोग अभियान व अन्य व्यवस्थाओं में व्यस्त रहने का हवाला दिया। इस पर जिलाधिकारी नाराज हो गए। उन्होंने चिकित्सा अधीक्षक समेत अन्य लापरवाह कर्मचारियों का वेतन रोकने के सीएमओ को निर्देश दिए।
डिस्टिक हेड
राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट




