1- उत्साह, उमंग और श्रृद्धा के साथ क्रिसमस की तैयारी शुरू
Û उत्सव के माहौल के बीच टोलियों के साथ सेंटा पहुंच रहे ईसाई परिवारों के बीच
Û चर्चा में किया जा रहा रंग-रोगन, हो रही सफाई, आराधना सभा के साथ यीशू मसीह के भजनों का किया जा रहा अभ्यास
कानपुर नगर, ईसाईयों का सबसे बडा पर्व क्रिसमस 25 दिसम्बर को होता है और इस पर्व को देखते हुए ईसाई समुदाय द्वारा तैयारियां तेजी से की जा रही है। जहां एक ओर चर्चो की रंगाई, साफ-सफाई का काम तेजी के साथ हो रहा है तो वहीं प्रभु यीशू के लिए आराधना सभा का आयोजन होने लगा है। यीशू मसीह के आगमन के गीतो का अभ्यास किया जा रहा है। दूसरी ओर ईसाई परिवारों द्वारा घरो में भी तैयारियां शुरू हो गयी है।
आगामी 25 दिसम्बर को ईसाईयों का पर्व क्रिसमस है और इसके लिए तेजी के साथ तैयारियों को पूरा किया जा रहा है। क्रिस्चन जहां अपने घरों की सफाई और सजावट कर रहें है तो चर्चाे में भी रंगाई सफाई का काम किया जा रहा है। पास्टर जितेन्द्र पादरी ने बताया कि यह महीना हमारे लिए विशेष है। इस माह यीशू का धरती पर आगमन हुआ और हम सभी ईसाई इस पवित्र दिन को पूरी श्रृद्धा और उत्साह के साथ मनाते है। गिरजाघरों में यीशू की अराधना के साथ क्रिसमस के दिन गाये जाने वाले भजनों का अभ्यास शुरू कर दिया गया है।
ईसाई परिवारों के घर टोली के साथ पहुंचे सेंटा
यीशू मसीह के आगमन की तैयारियों के साथ ही ईसाई परिवारों में पर्व को मनाने का उत्साह बढता जा रहा है। सेंटा युवको और युवतियों की टोली के साथ ईसाई परिवारों के बीच पहुंच रहे है। 25 दिसम्बर से पहले घरों मंे यीशू के गाने गाये जा रहे है, जिसमें बच्चे, युवक और सभी परिवारजन सेंटा के साथ झूमते नजर आये। जानकारी देते हुए बताया गया कि बच्चो और युवाओं के साथ साथ समाज के अन्य लोगों के साथ सेंटा ईसाई परिवारों के बीच आते है, खुशियां बांटते है, हम सभी यीशू को याद कर नाचते है और उत्सव मनाते है। कहा गया कि हमारी सभी तैयारियां तेजी के साथ पूरी की जा रही है।
संवाददाता
हरिओम की रिपोर्ट