मौनी अमावस्या के लिए 17 नए पुलिस अधिकारी तैनात:एक दिन में 10 करोड़ की भीड़ संभालनी होगी, 28 फरवरी तक निषेधाज्ञा लागू…
महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए 17 पुलिस अधिकारियों की नई तैनाती की गई है। मौनी अमावस्या के मुख्य स्नान पर्व पर लगभग 10 करोड़ श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आने की उम्मीद है, जिससे पुलिस अधिकारियों के लिए सुरक्षा, यातायात और भीड़ प्रबंधन एक बड़ी चुनौती है।
इसलिए अनुभवी अधिकारियों को यहां भेजा गया है, जिसमें साइबर मुख्यालय लखनऊ के साइबर एक्सपर्ट एडिशनल एसपी श्वेताभ पांडेय, गाजियाबाद के पीयूष सिंह और गौतम बुद्धनगर के सुधीर कुमार शामिल हैं।
संगम क्षेत्र को तीन जोन में बांटा बिजनौर से डिप्टी एसपी अंजनी चतुर्वेदी, आजमगढ़ से अजय विक्रम सिंह, गौरव शर्मा, मुजफ्फरनगर से यतेंद्र सिंह, बाराबंकी से सुमित त्रिपाठी, बहराइच से रवि खोखर, लखीमपुर खीरी से रमेश तिवारी, सिद्धार्थनगर से सुबेंदु सिंह, यूपी-112 मुख्यालय से राहुल पांडेय, लखनऊ से विकास पांडेय, एटा से अमित राय, हरदोई से रविप्रकाश, आजमगढ़ से तारकेश्वर पांडेय और 43वीं वाहिनी एटा से उपसेनानायक कमल किशोर को भी तैनात किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि मौनी अमावस्या के लिए संगम क्षेत्र में व्यवस्था को तीन जोनों में बांटकर किया जा रहा है।
28 फरवरी तक निषेधाज्ञा लागू, जानें पाबंदियां प्रयागराज कमिश्नरेट ने 28 फरवरी तक पूरे जिले प्रयागराज और महाकुंभ नगर में निषेधाज्ञा लागू की है, जिसका उद्देश्य महाकुंभ, गणतंत्र दिवस, मौनी अमावस्या और अन्य त्योहारों के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखना है।
आदेश के तहत जुलूस, विरोध प्रदर्शन, ड्रोन का उपयोग, हथियार, भड़काऊ भाषण और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर पाबंदी है। नियमों के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी आयोजन, जुलूस या धरना बिना अनुमति नहीं होगा। दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए सहारे के लाठी-डंडे और सिख समुदाय की कृपाण को छूट दी गई है।
ब्यूरो प्रयागराज
अंशुमली सिन्हा की रिपोर्ट