विभाग के चक्कर काटे लेकिन नहीं मिली वृद्धावस्था पेंशन, कई बुजुर्ग सिधार चुके हैं स्वर्ग
वेदन पत्रों की जांच तक नहीं हो रही है। परेशान बुजुर्ग विभाग के चक्कर काट रहे हैं। पेंशन के लिए आवेदन करने वाले कई बुजुर्ग तो स्वर्ग भी सिधार चुके हैं।
केस 1
बिधनू ब्लाॅक की कठारा ग्राम पंचायत की रहने वाली रामकुमारी (74) पत्नी राम स्वरूप ने 11 फरवरी 2020 को वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवेदन किया था। करीब दो वर्ष तक परिजन विभागों के चक्कर काटते रहे लेकिन जांच नहीं हुई। वर्ष 2022 में उनकी मृत्यु भी हो गई। आवेदन पत्र आज भी एसडीएम सदर स्तर पर लंबित है।
केस 2
पतारा ब्लाॅक की रहने वाली मुन्नी देवी (79) पत्नी राम प्रसाद ने 11 दिसंबर 2019 को वृद्धा पेंशन के लिए आवेदन किया था। आवेदन बीडीओ स्तर पर लंबित है लेकिन उसकी जांच तक नहीं कराई गई। परिजन समाज कल्याण विभाग के चक्कर काटते रहे, लेकिन सत्यापन आज तक नहीं हुआ। वर्ष 2021 में उनकी मृत्यु भी हो गई।
अफसरों की लापरवाही से बुजुर्गों को वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिल पा रही है। आवेदन पत्रों की जांच तक नहीं हो रही है। परेशान बुजुर्ग विभाग के चक्कर काट रहे हैं। पेंशन के लिए आवेदन करने वाले कई बुजुर्ग तो स्वर्ग भी सिधार चुके हैं।
वर्ष 2019 से 2021 के बीच करीब 300 आवेदन पत्र एसडीएम, बीडीओ की लॉगइन पर लंबित हैं और इनकी जांच नहीं कराई गई। चार साल में तीन समाज कल्याण अधिकारी भी बदल गए, लेकिन किसी भी अधिकारी ने लंबित फार्मों के निस्तारण में तेजी नहीं दिखाई। जबकि शासनादेश के मुताबिक अधिकारियों को 30 दिन में आवेदनपत्रों का निस्तारण करना होता है। अमर उजाला की पड़ताल में इस बात का खुलासा हुआ है।
2019 से 2021 तक के भरे गए फार्मों के निस्तारण में सबसे ज्यादा लापरवाही एसडीएम बिल्हौर और सदर स्तर पर बरती गई है। इस दौरान के करीब 250 से अधिक आवेदन लंबित हैं। दूसरी तरफ घाटमपुर एसडीएम स्तर पर 20 से अधिक और पतारा ब्लाॅक में बीडीओ स्तर पर 30 आवेदन जांच का इंतजार कर रहे हैं। समाज कल्याण अधिकारी अपने स्तर से एसडीएम और बीडीओ को पत्र लिखकर सिर्फ खानापूरी कर रहे हैं, लेकिन उन आवेदन पत्रों की जांच कराने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
एक हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से मिलती पेंशन
वृद्धा पेंशन योजना के तहत समाज कल्याण विभाग प्रतिमाह एक हजार रुपये के हिसाब से हर तीन महीने में तीन हजार रुपये उनके खाते में भेजता है। जिले में वर्तमान में 73 हजार वृद्धों को योजना का लाभ दिया जा रहा है।
16650 आवेदन पत्र अभी तक जांच के लिए लंबित
वर्तमान में जिले में कुल 16650 आवेदन लंबित हैं। वहीं इस वित्तीय वर्ष में अब तक तीन हजार से ज्यादा बुजुर्गों ने आवेदन किया है। इनके आवेदन पत्र ब्लाॅक और तहसील से फॉरवर्ड होकर विभाग नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में नए आवेदकों को भी पेंशन के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा।
एक नजर लंबित आवेदनपत्रों पर
ब्लाक लंबित आवेदन
बिल्हौर 1103
शिवराजपुर 451
घाटमपुर 1412
भीतरगांव 1740
कल्याणपुर 1227
ककवन 439
पतारा 1395
सरसौल 589
बिधनू 276
चौबेपुर 827
शहर 7191
कुल 16650
लंबित पुराने आवेदन की जांच के लिए कई बार एसडीएम और बीडीओ को पत्र लिखा जा चुका है लेकिन जांच अभी तक नहीं की जा सकी है। इसकी जानकारी जिलाधिकारी को भी दी गई थी लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं हुई।
– त्रिनेत्र सिंह, समाज कल्याण अधिकारी
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*सुमित सिंह की रिपोर्ट*