*एक बार फिर थाना बाबू पुरवा सुर्खियों में आया*
*क्षेत्र के कुछ छूटभैय्ये नेता एवं मुखबरो के द्वारा बाबू पुरवा थाने में होता है समझौता करने का काम*
*पीड़ित का आरोप है की अपहरण जैसी धाराओं का मुकदमा हल्की धाराओ में करवा डाला*
*लगातार समाजवादी पार्टी के पार्षद अकील शानू पीड़ित पक्ष के ऊपर दबाव बनाने में लगे*
*क्षेत्र की जनता के साथ अकील सानू पार्षद ने किया सौतेला व्यवहार*
*अकील सानू ने पीड़ित की एक भी ना सुनी और उल्टा आरोपी को ही बचाने में थाने में पैरोंकारी करने में जुटे*
*जबकि वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह से पीड़ित के साथ मारपीट और अपहरण किया जा रहा है*
*थाना अध्यक्ष बाबू पुरवा ने उल्टा पीड़ित पर ही दबाव बना डाला और हल्की धारा में आरोपी पर मुकदमा लिखवा डाला*
*पीड़ित लगातार न्याय की गुहार लगा रहा लेकिन थाना बाबू पुरवा पीड़ित की नहीं सुन रहा*
*थाना बाबू पुरवा ने एक बार फिर से धाराओं में खेल करके पीड़ित को असंतुष्ट कर दिया*
*पीड़ित का कहना है कि अगर न्याय नहीं मिला तो पुलिस आयुक्त कार्यालय जाएंगे और थाना बाबू पुरवा इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करवाएंगे*
*पीड़ित का आरोप की कुछ छूटभैय्या नेता और मुखबरों के द्वारा लगातार दबाव बनाने का काम किया जा रहा था*
*अपहरण जैसी घटनाओं को पुलिस ने मामूली सी धारा लगाकर आरोपी को छोड़ा*
*बाबू पुरवा थाने की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर पीड़ित खटखटाएंगे पुलिस आयुक्त कार्यालय का दरवाजा*
संवाददाता
राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट