आज दिनांक 26 जुलाई 2024 को डीएसएन कॉलेज उन्नाव एवं राजकीय आईटीआई उन्नाव के एनसीसी कैडेटों ने कारगिल विजय की रजत जयंती पर एक कार्यक्रम !
किया। यहां पर बलिदानियों के सम्मान में गर्व और आंसुओं का ज्वार उमर पड़ा । रूधें गले से कारगिल शहीदों के स्वजन के शहीदों के बलिदान की अमर गाथा रच चुके इन वीरों की यादों को ताजा कर रहे थे कार्यक्रम में पहुंचे बलदानियों के स्वजन का कहना था कि इस कार्यक्रम में आकर वह उनके शौर्य को महसूस कर रहे हैं कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित जनपद के मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रेम प्रकाश मीणा जी ने कैडेटों को संबोधित करते हुए कहा कि कारगिल युद्ध में वीरों का सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा उनका बलिदान सिर्फ सैनिकों ही नहीं अपित भावी पीढी को भी प्रेरित करता रहेगा। कारगिल युद्ध न सिर्फ सेना अपितु राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े सभी लोगों के लिए एक सबक था खून बहाकर सीखे गए सबक को हमें भुलाना नहीं चाहिए। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित लेफ्टिनेंट कर्नल विवेक पांडे जी ने कहा की जब मैं कारगिल की चोटियों को देखता हूं तो मुझे केवल कैप्टन विक्रम बत्रा, अनुज नायर और मनोज पांडे जैसे युवा अधिकारियों की असाधारण वीरता का एहसास नहीं होता बल्कि उन सभी जवानों की वीरता का एहसास होता है जिन्होंने इस देश को सुरक्षित किया और युद्ध में अपने प्राण त्याग दिए ।कार्यक्रम संयोजक लेफ्टिनेंट डॉक्टर विपिन सिंह ने बताया कि कारगिल की गोरिल्ला लड़ाई में पाकिस्तान को चारों खाने चित करने वाली भारतीय सेवा के रणबाकुरों में बीघापुर तहसील के बाजौरा गांव के रहने वाले दो सगे भाई भी थे। दोनों कारगिल में अलग-अलग मोर्चे पर लड़ रहे थे ।युद्ध के दौरान बड़े भाई अमर बहादुर सिंह ने 25 जुलाई 1999 को बलिदानी हो गए वहीं उनके छोटे भाई रामचंद्र कारगिल विजय के साक्षी बने और वह आज भी सेवा में है और सूबेदार पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं । कार्यक्रम में आईटीआई के ए.एन.ओ. लेफ्टिनेंट रवि रंजन ने बताया कि कारगिल फतेह के ठीक 1 दिन पहले बलिदान हुए लांस नायक अमर बहादुर सिंह की पत्नी ने 15 दिन बाद 8 अगस्त 1999 को पुत्र को जन्म दिया था और वह परिवार यह समझ नहीं पा रहा था कि शहीद अमर बहादुर सिंह का शोक मनाए अथवा एक मात्र पुत्र की खुशी। कार्यक्रम में एनसीसी कैडेट ने हस्त निर्मित राखियां सीमा सीमा पर तैनात सुरक्षा सुरक्षा बलों हेतु प्रेषित की । कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सीतेश कुमार सिंह, सीनियर अंडर ऑफिसर दीक्षा अवस्थी एवं राजदीप , अंडर ऑफिसर सुलेखा ,दीक्षा और सार्जेंट दीपक, रोशनी ,अंशिका आदि उपस्थित रहे।
ब्यूरो उन्नाव
पंकज श्रीवास्तव की रिपोर्ट