कमलनाथ के गढ़ में सेंध,विधायक कमलेश शाह ने छोड़ी कांग्रेस, कमलनाथ के सबसे करीबियों में से एक
– March 29, 2024
भोपाल. बीजेपी ने कमलनाथ और कांग्रेस को जबरदस्त झटका दिया है. छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा से कांग्रेसी विधायक कमलेश शाह बीजेपी में शामिल हो गए हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री निवास में बीजेपी की सदस्यता ली. कमलेश शाह के साथ-साथ आगर मालवा के भी कई कांग्रेसी नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, नई जॉइनिंग कमेटी के संयोजक डॉ. नरोत्तम मिश्रा, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, राजेन्द्र शुक्ल सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद हैं. गौरतलब है कि कांग्रेस के नेताओं का बीजेपी में शामिल होने का सिलसिला थम ही नहीं रहा
कमलेश शाह के बीजेपी में शामिल होने पर सीएम मोहन यादव ने कहा कि आज पूरा प्रदेश मोदीमय है. जिनकी तीन पीढ़ियां विधायक रह चुकी हैं वह आज कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हो गए हैं. कमलेश शाह ने बीजेपी की सदस्यता ले ली है. उनका दादा विधायक रह चुके हैं और कमलेश खुद विधायक हैं. कमलनाथ के व्यवहार के कारण वह बीजेपी में शामिल हुए हैं. छिंदवाड़ा में गड़बड़ है और उसके उदाहरण सामने आ रहे हैं. बता दें, कमलेश शाह गोंड राजघराने से आते हैं.
इन बड़े नेताओं ने भी जॉइन की बीजेपी
शाह से पहले 29 मार्च की सुबह दमोह की जिला पंचायत अध्यक्ष रंजीता गौरव पटेल और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल ने कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी का हाथ थाम लिया है. उनके साथ-साथ पूर्व जनपद अध्यक्ष हटा और पूर्व जनपद अध्यक्ष बहोरीबंद भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री प्रह्लाद पटेल और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सभी को पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि आप सभी का बीजेपी परिवार में स्वागत है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में लोग बीजेपी में शामिल हो रहे हैं.
पीएम मोदी का नेतृत्व सब स्वीकार कर रहे हैं- शर्मा
शर्मा ने कहा कि प्रदेश में यह अभियान बड़ी तेजी से चल रहा है. जिन लोगों ने राम मंदिर का आमंत्रण अस्वीकार किया ऐसे लोगो को सब छोड़ रहे हैं. सब लोग प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को स्वीकार कर रहे हैं. मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि सभी का बीजेपी में स्वागत है. सबको अब बीजेपी की जीत के लिए सबको एकजुट होना है. इन सभी ने मेरे साथ काम किया है, भले ही दल अलग थे, पर सबका हमेशा सहयोग रहा है।
स्मृति यादव की रिपोर्ट