*सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला कॉल रिकॉर्डिंग अब नहीं माना जाएगा साक्ष्य*
*इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा की यदि अगर किसी की इजाजत के बिना मोबाइल या फोन कॉल रिकॉर्ड की जाती है तो वह आईटी एक्ट-2000 की धारा 72 का होगा उल्लंघन*
अंशुमाली सिन्हा की रिपोर्ट