दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
कानपुर नगर, डी ए वी कॉलेज कानपुर के रक्षा एवं स्ट्रैटेजिक अध्ययन विभाग द्वारा इस्सर नई दिल्ली द्वारा वित्त पोषित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी शिक्षक भारत में गैर पारंपरिक सुरक्षा मुद्दे नों ट्रेडीशनल सिक्योरिटी इश्यूज इन इंडिया का उद्घाटन सत्र महाविद्यालय के सभागार में किया गया उद्घाटन, जिसका संचालन डॉक्टर विनोद कुमार दुबे द्वारा किया गया इस क्रम में मंच सज्जन चेयरपर्सन के रूप में मैडम कुमकुम स्वरूप सचिव प्रबंध समिति दव कॉलेज कानपुर मुख्य अतीत के रूप में छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक एम्बेसडर डॉ दीपक गोहर ले साधु और गिनी दिशाओं के प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार एवं विशिष्ट अतीत के रूप में प्रोफेसर प्रोफेसर विवेक द्विवेदी प्रचार ब्रह्मानंद कॉलेजप्रचार प्रोफेसर अरुण कुमार दीक्षित दव कॉलेज कानपुर के साथ इस राष्ट्रीय सेमिनार के संयोजक एवं आयोजन सचिव डॉ अभय राज सिंह मंचासीन हुए कार्यक्रम की शुरुआत माननीय अतिथियों द्वारा सरस्वती जी के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया।
प्रोफेसर अरुण कुमार दीक्षित प्राचार्य डी0ए0वी0कॉलेज कानपुर द्वारा स्वागत किया गया। इस क्रम में संगोष्ठी से संबंधित पुस्तक भारत में गैर परंपरागत सुरक्षा मुद्दे नों ट्रेडीशनल सिक्योरिटी इश्यू इन इंडिया का विमोचन सम्मानित मंच द्वारा किया गया आयोजन सचिव डॉक्टर अभय राज सिंह द्वारा इस राष्ट्रीय संगठन संगोष्ठी का परिचय प्रस्तुत किया गया जिसमें उन्होंने बताया कि पारंपरिक सुरक्षा का तात्पर्य किसी राष्ट्र राज्य की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को कथित बाहरी खतरों से सुरक्षित रखने के पारंपरिक दृष्टिकोण से है सैन्य शक्ति प्रतिरोध और राज्य केंद्रित रक्षा के सिद्धांतों में निहित पारंपरिक सुरक्षा प्रमुख मुख्य रूप से सीमाओं की रक्षा एक मजबूत से नोबेल बनाए रखने और अन्य राज्यों की आक्रामकता को रोकने पर केंद्रित हैयह दृष्टिकोण बड़े पैमाने पर शीत युद्ध के युग के दौरान विकसित हुआ जहां प्राथमिक चिंताएं राष्ट्र राज्यों के बीच सशस्त्र संघर्ष की संभावना के इर्द-गिर्द घूमती थी शीत युद्ध की समाप्त के बाद से सुरक्षा की धारणा में सुरक्षा की धारणा में बदलाव की अस्तित्व और कल्याण के लिए चुनौतियां हैं जो मुख्य रूप से गैर सैनिक स्रोतों से उत्पन्न होती हैं की नोट एड्रेस मुख्य वक्ता एंबेसडर डॉक्टर दीपक बोहरा द्वारा किया गया जिसमें उन्होंने बताया कि जब जी-20 के प्रमुख के रूप में नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2023 में आवाज की एकता उद्देश्य की एकता विषय पर 125 विकासशील देशों के लिए एक वर्चुअल वायरस ऑफ द ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन की मेजबानी की तो अफ्रीका में मुझे कुछ लोगों ने फोन किया कहते हैं कि उन्होंने भारत को अपना आदर्श चुनाव है मैंने उत्तर दिया यही है सही विकल्प बच्चे साथ ही उन्होंने बताया 2021 में जब वायरस ने बिना तैयारी के भारत पर हमला किया तो हम लड़खड़ा गए हमें नहीं पता था कि क्या करें दुनिया विशेष कर चीनियों ने मजाक उड़ाया हमने अपना लचीलापन दिखाया और तेजी से ठीक हुई जब वायरस आया तब एक भी पी निर्माता नहीं था ।महाविद्यालय परिवार को इस आयोजन की बधाई देते हुए सभी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनाएं दी अंत में महाविद्यालय के प्रचार प्रोफेसर अरुण कुमार दीक्षित द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया प्रथम तकनीकी सत्र अपराह्न 12:00 बजे महाविद्यालय के सभागार से प्रारंभ किया गया निम्नलिखित मुख्य थीम नंबर एक साइबर सिक्योरिटी एंड इनफार्मेशन वाॅरफेयर नंबर 2 एनर्जी सिक्योरिटी एंड प्रिपेरेडनेस ऑफ़ इंडिया नंबर 3 चैलेंज का नॉरेटिव सोशल पॉलीटिकल कल्चरल ईटीसी पर आधारित इस तकनीकी सत्र की शुरुआत चेयरपर्सन एंबेसडर डॉ दीपक बोहरा द्वारा की गई प्रमुख गुप्ता के रूप में प्रोफेसर विजय खरे सुरक्षा एवं विस्तार अधिक अध्ययन विभाग सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय पुणे इस तकनीकी सत्र में डॉक्टर यतिन सिंह डॉक्टर अरविंद कुशवाहा देव प्रिया दास आदि अनेक सुधार्थियों द्वारा संबंधित विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किए गए सत्र अपराह्न 3:00 बजे महावीर विद्यालय के सभागार में प्रारंभ किया गया निम्नलिखित मुख्य थीम नंबर एक एनवायरमेंटल सिक्योरिटी एंड क्लाइमेट चेंजनंबर दो पब्लिक हेल्थ एंड पांडेमिक प्रिपेरेडनेस पर आधारित प्रोफेसर विजय खरे विभाग का अध्यक्ष सुरक्षा एवं उस्तादिक अध्ययन विभाग सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय पुणे मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर पंकज झा ओपी जिंदल विश्वविद्यालय एवं डॉ पंकज वर्मा डीएस कॉलेज अलीगढ़ उपस्थित थे इस तकनीकी क्षेत्र में ऑनलाइन सहित अनेक शोधार्थियों द्वारा संबंधित थीम पर अपने शोध प्रस्तुत किए गए इस अवसर पर विभागा प्रमुख प्रोफेश. निरंकार प्रसाद तिवारी डॉ अनिल कुमार सिंह डॉक्टर विशाल श्रीवास्तव डॉ पंकज वर्मा प्रोफेसर संध्या सिंह प्रोफेसर रब तिवारी प्रोफेसर डीपी राव डॉ राम भाटिया डॉक्टर अमरेंद्र प्रताप गोंड डॉक्टर प्रोफेसर पुष्पेंद्र कुमार त्रिपाठी के डॉक्टर रजत कुमार आदि मौजूद रहे।
संवाददाता
हरिओम की रिपोर्ट