जूही के बाद स्वरूप नगर में जानलेवा साबित हुई अंगीठी, एमरॉल्ड गार्डेन में दम घुटने से नौकर की मौत कानपुर के एमरॉल्ड गार्डेन में अंगीठी से दम घुटने से नौकर की मौत।
कानपुर के स्वरूप नगर थानाक्षेत्र में एमरॉल्ड गार्डेन में अंगीठी से दम घुटने से नौकर की मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी।
कानपुर, स्वरूप नगर थानाक्षेत्र में स्थित एमरॉल्ड गार्डेन में बंद कमरे में अंगीठी से दम घुटने से नौकर बेहोश हो गया। फ्लैट ऑनर की सूचना पर मौके पर पहुंचे सिक्योरिटी गार्ड युवक को अस्पताल ले गए। जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
फ्लैट मालिक ने घटना की सूचना पुलिस और परिजनों को दी। जिसके बाद पुलिस ने जांच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद मौके पर पहुंचे मृतक के पिता और भाई का रो-रोकर बुरा हाल था।
बिहार के जिला मधुबनी के ग्राम तरैया थाना सहरघाट निवासी संतोष कुमार मंडल का 18 वर्षीय पुत्र विक्रम कुमार मंडल एमरॉल्ड गार्डेन के टॉवर पांच में फ्लैट नंबर 801 में नौकरी करता था। वह उसी फ्लैट के एक कमरे में दिनभर का काम निपटा कर खाना पीना खाकर सोता था। मृतक विक्रम के चचेरे भाई रोशन मंडल ने पुलिस को बताया कि 19 जनवरी की रात कमरे को बंद करके अंगीठी जलाए सो रहा था।
कमरे में वेंटीलेशन न होने के कारण उसमें कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस बनने की वजह से उसकी हालत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गया। 20 जनवरी को फ्लैट मालिक की सूचना पर सिक्योरिटी गार्ड वालों ने विक्रम को कमरे से बेहोशी की हालत में निकालकर सर्वोदय नगर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
जहां 21 जनवरी को 12.30 बजे डॉक्टरों ने मृत्यु घोषित कर दिया। लापरवाही से हुई मौत की जानकारी पुलिस और परिजनों को दी गई। जिसके बाद परिजन शहर आने के लिए निकल पड़े। 22 जनवरी को पिता संतोष कुमार और अन्य परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। जहां बेटे का शव देखकर रोने बिलखने लगे।
इस दौरान परिजनों ने घटना के बारे में जानकारी देने से साफ मना कर दिया। इस संबंध में स्वरूप नगर इंस्पेक्टर राजेश शर्मा ने बताया कि कमरे में जलाई अंगीठी से उत्पन्न हुए धुएं के कारण युवक की मौत हो गई। युवक का पोस्टमार्टम कराया गया है, जिसमें दम घुटने से मौत की पुष्टि हुई है। इस संबंध में परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है।
ये सावधानी बरतें
-घर में वेंटीलेशन हो तभी अलाव, हीटर या ब्लोअर चलाएं।
-कमरे में साथ में पानी से भरी बाल्टी जरूर रखें।
-आग जलाएं तो जमीन पर सोने से बचें।
-अलाव जलाकर उसके पास न सोएं।
-घर में अगर कोई बच्चा हो, तो आग न जलाना ज्यादा बेहतर है।
-कमरे में यदि ज्यादा लोग सो रहे हैं तो आक्सीजन का स्तर तेजी से कम होता है।
-अंगीठी पर अगर कोई खाना बनाता है तो सोने से पहले उसे ठीक तरह से बुझा देना चाहिए।
-सांस व किडनी के मरीज अंगीठी का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।
*सुमित सिंह की रिपोर्ट*