सऊदी के सामने हाथ जोड़कर बैठे शहबाज-मुनीर, इधर भारत में जयशंकर ने अकेले मार लिया मैदान
भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध का आगाज हो गया है. मिसाइल और ड्रोन से पाकिस्तान भारत के सिविलियन इलाकों को निशाना बना रहा है. जवाबी कार्रवाई में भारत ने भी पाकिस्तान में गदर मचा दी है. पाकिस्तान के तीन एयरबेस को उड़ा दिया है. भारत पर अटैक करने आ रहे पाकिस्तान के दो फाइटर जेट को भी तबाह कर दिया गया है. देश के अलग-अलग इलाकों में पाकिस्तानी ड्रोन्स के मलबे मिल रहे हैं. इससे साफ है कि पाकिस्तान रात के अंधेरे में भारतीय शहरों को निशाना बना रहा है. ऐसे में सऊदी अरब के उप विदेश मंत्री आदिल अल जुबैर ने पाक की यात्रा की है. जी हां, भारत की यात्रा के बाद सऊदी अरब के उप विदेश मंत्री शुक्रवार को सीधे इस्लामाबाद पहुंचे. वहां से जो तस्वीर सामने आई, उसने पाक की हालत को बयां कर दिया.दरअसल, भारत की यात्रा के बाद सऊदी अरब के उप विदेश मंत्री आदिल अल-जुबैर शुक्रवार को पाकिस्तान पहुंचे. इस्लामाबाद में उनकी अगुवाई में खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर खड़े रहे. सऊदी अरब के उप विदेश मंत्री ने मुलाकात के दौरान शहबाज और मुल्ला मुनीर को कड़े शब्दों में युद्ध को लेकर समझा दिया. उन्होंने पाकिस्तान को युद्ध न करने की हिदायत दी. सऊदी ने साफ-साफ संदेश दे दिया कि युद्ध से पाकिस्तान का भला नहीं होगा. जब आदिल अल जुबैर बोल रहे थे, चुपचाप हाथ पर हाथ रखकर मुल्ला मुनीर और शहबाज सुन रहे थे.यहां ध्यान देने वाली बात है कि इससे एक दिन पहले यानी 8 मई को सऊदी के विदेश मंत्री अल-जुबैर नई दिल्ली में थे. यहां उनकी मुलाकात भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से हुई थी. उन्होंने भारत-पाक युद्ध की स्थित और अन्य विषयों पर जयशंकर से चर्चा की.यहां बातचीत के दौरान जयशंकर ने पाकिस्तान संग जंग में भारत के स्टैंड से वाकिफ करा दिया. जयशंकर ने साफ कह दिया कि अगर पाकिस्तान ऑपरेशन सिंदूर का जवाब देता है तो भारत उसे कहीं का नहीं छोड़ेगा. सूत्रों का कहना है कि सऊदी अरब ने पाक पीएम और आर्मी चीफ मुनीर को यह बात बता दी है.दरअसल, सऊदी अरब के विदेश मंत्री की यह यात्रा क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने और भारत-पाक के बीच युद्ध के खतरे को टालने के प्रयास के रूप में देखी जा रही है. सूत्रों का कहना है कि सऊदी अरब ने हिंदुस्तान और पाकिस्तान की यात्रा के दौरान दोनों देशों से युद्ध से बचने की अपील की. यहां जानना दिलचस्प है कि पाकिस्तान अपने लिए अरब देशों समर्थन जुटाने की कोशिश में लगा है, मगर जयशंकर ने पहले ही सऊदी अरब, कतर और अन्य देशों के साथ बातचीत कर बाजी अपने नाम कर ली है. ऐसे में चीन, तुर्की को छोड़ दें तो दुनिया में शायद ही कोई देश पाकिस्तान के साथ खड़ा नजर आता है.




