पालिका स्टेडियम का नया रूप: टीएसएच ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को दिया नया मंच
संवाददाता राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट
-टीएसएच में उज्बेकिस्तान और सीपी इलेवन के बीच रोमांचक अंतरराष्ट्रीय मैच
-डे-नाइट मैचों के लिए अत्याधुनिक फ्लड लाइटों से सुसज्जित मैदान
-हर साल 500 अल्प आय वर्ग के बच्चों को निशुल्क क्रिकेट प्रशिक्षण मिलेगा
-राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय टूर्नामेंट के लिए पूरी तरह तैयार हुआ कानपुर का टीएसएच
-शहर में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिये पालिका स्टेडियम को किया गया विकसित
-हर साल अल्प आय वर्ग के 500 बच्चों को मिलेगा क्रिकेट का निशुल्क प्रशिक्षण
-क्रिकेट व अन्य खेलों के अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित हुआ स्टेडियम
-कई वर्षों से खस्ताहाल पड़ा था शहर के केंद्र में बना पालिका स्टेडियम
-आसपास के जनपदों से आने वाले खिलाड़ियों को भी मिलेगा इसका फायदा
-ग्रीन पार्क के बाद लगाई गईं उच्च क्षमता की फ्लड लाइटें ताकि हो डे नाइट मैच
-नगर निगम ने बीओटी माडल पर कराया पालिका स्टेडियम का जीर्णोंद्धार
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कानपुर: शहर के बीचोबीच पर स्थित खस्ताहाल पालिका स्टेडियम ने अपने भव्य जीर्णोद्धार के बाद एक नई पहचान बनाई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नगर निगम की सकारात्मक पहल से पुनर्निर्मित “द स्पोर्ट्स हब” (टीएसएच) का मैदान अब क्रिकेट को नई पहचान दे रहा है। आधुनिक सुविधाओं और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार विकसित यह मैदान अब न केवल स्थानीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आयोजन के लिए भी तैयार है। मंगलवार को इस ऐतिहासिक मैदान में उज्बेकिस्तान देश की क्रिकेट टीम ने पुलिस आयुक्त अखिल कुमार की कप्तानी वाली सीपी इलेवन के खिलाफ मैच खेला। इस मैच ने न केवल कानपुर बल्कि पूरे प्रदेश को गर्वित किया।
पालिका स्टेडियम में अब डे-नाइट मैचों का आयोजन संभव हो गया है। उच्च गुणवत्ता वाली फ्लड लाइटों ने मैदान को दूधिया रोशनी में सराबोर कर दिया, जिससे खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों को बेहतरीन अनुभव मिल रहा है। मैदान में 120 मीटर का वृत्ताकार आउटफील्ड, हाई-टेक ड्रेनेज और स्प्रिंकलर सिस्टम, तीन नई पिच और चार प्रैक्टिस नेट इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाते हैं। 19 अक्टूबर को हुए उद्घाटन मैच ने ही साबित कर दिया था कि टीएसएच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आयोजन के लिए पूरी तरह तैयार है।
बीते अगस्त माह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीआईसी मैदान में आयोजित सभा के दौरान पालिका स्टेडियम का लोकार्पण किया था। उन्होंने इसे शहर के खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों के लिए एक बड़ी सौगात बताया। ग्रीन पार्क के बाद कानपुर का यह दूसरा मैदान है, जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर की फ्लड लाइटों के बीच डे-नाइट मैच खेले जा सकते हैं। यह न केवल स्थानीय खिलाड़ियों को मंच प्रदान करेगा बल्कि आसपास के जनपदों के खिलाड़ियों के लिए भी उपयोगी साबित होगा।
पालिका स्टेडियम का पुनर्निर्माण बीओटी (बिल्ट ऑपरेट ट्रांसफर) मॉडल पर किया गया। नगर निगम ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया, जिसमें मैदान के इंडोर और आउटडोर दोनों हिस्सों को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित किया गया है। यहां क्रिकेट के अलावा लॉन टेनिस, पिकल बॉल, वॉलीबॉल और कबड्डी जैसे खेलों के लिए भी सुविधाएं विकसित की गई हैं। स्टेडियम में मल्टी-एक्टिविटी क्षेत्र, फिट इंडिया जोन में ओपन जिम, क्ले जॉगिंग ट्रैक और मूवेबल सिटिंग स्टैंड जैसी सुविधाएं भी शामिल हैं।
पालिका स्टेडियम का सबसे बड़ा योगदान अल्प आय वर्ग के बच्चों के लिए है। हर साल 500 बच्चों को यहां अंतरराष्ट्रीय कोचों द्वारा निशुल्क क्रिकेट प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह पहल खेल प्रतिभाओं को निखारने और उन्हें अपने सपनों को साकार करने के लिए जरूरी मंच प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना का उद्देश्य उन बच्चों को खेलों में आगे बढ़ाना है, जिन्हें आर्थिक तंगी के कारण सही अवसर नहीं मिल पाते।
मंगलवार का दिन कानपुर के खेल इतिहास में यादगार बन गया, जब टीएसएच ने उज्बेकिस्तान की टीम की मेजबानी की। जीडी गोयनका स्कूल के चंदन अग्रवाल के आमंत्रण पर उज्बेकिस्तान की टीम ने इस अत्याधुनिक मैदान में अपना पहला मैच खेला। यह मैच इस बात का प्रमाण था कि यह मैदान न केवल स्थानीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के लिए भी उपयुक्त है। इससे पहले 19 अक्टूबर को टीएसएच में टीएसएच इलेवन और सीपी इलेवन के बीच पहला मैच खेला गया था। अब यह स्टेडियम नेशनल और स्टेट लेवल की प्रतियोगिताओं के लिए तैयार है।
पालिका स्टेडियम के जीर्णोद्धार ने साबित कर दिया है कि सरकार और नगर निगम की सकारात्मक सोच खेल संस्कृति को नई ऊंचाईयों तक ले जा सकती है। यह न केवल कानपुर बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए एक वरदान है। टीएसएच के मैदान पर अंतरराष्ट्रीय टीम का मैच आयोजित होना भविष्य में और भी बड़े आयोजनों की संभावना को प्रबल बनाता है। इससे कानपुर खेल के वैश्विक मानचित्र पर अपनी अलग पहचान बना रहा है।