करनाल से राजेंद्र कुमार की रिपोर्ट
करनाल। भारतीय किसान यूनियन सर छोटूराम ने राइस मिलरों पर किसानों के साथ धोखा करने के आरोप लगाए हैं। यूनियन के प्रवक्ता बहादुर मेहला बलड़ी ने कहा कि मामला यह है कि करनाल की मंडियों में धान में नमी व अन्य कमियां बताकर 2200 से 2250 रुपए में धान की खरीद की गई, जबकि सरकार ने एमएसपी 2320 रुपए तय की थी। उस समय आढ़तियों ने राइस मिलरों का साथ देते हुए धान कम रेट में खरीद कर किसानों के साथ अन्याय करने का काम किया। अब सरकार ने किसानों के खातों में 2320 रुपए के हिसाब से पेमेंट का भुगतान किया है। आढ़ती किसानों को फोन कर 120 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से वापस मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो एमएसपी तय की उसी रेट का भुगतान किसानों को किया जाना चाहिए। सरकार ने एमएसपी के तहत ही पेमेंट खातों में भेजी है। अब आढ़ती किसानों से पैसे वापस मांग कर राइस मिलरों को देने की बात कर रहे हैं। बहुत बड़ा गड़बड़झाला करने का प्रयास किया जा रहा है। बहादुर मेहला ने किसानों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। भाकियू सर छोटूराम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है। यूनियन सरकार से मांग करती है कि मामले में संज्ञान लेते हुए उचित कार्रवाई अमल में लाई जाए।