अफसरों पर प्रताड़ना का आरोप लगा सिपाही ने मांगी इच्छामृत्यु, वीडियो वायरल कर बोला- इन 2 एसपी को गोली मारूंगा यूपी के उन्नाव के पुलिस लाइन में तैनात जौनपुर के सिपाही ने अफसरों पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए इच्छामृत्यु की मांग की है। इसका एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 6.24 मिनट के इस वीडियो में सिपाही ने पूर्व में दो जिलों के एसपी रहे अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।अखिलेश यादव नामक सिपाही ने नौ पन्नों के इस सुसाइड नोट में न्याय न मिलने पर इस्तीफा लिखने के साथ ही इच्छामृत्यु की मांग की है। साथ ही उसने 2 एसपी को जान से मारने की धमकी भी दी। हालांकि आपका लाइव हिन्दुस्तान ऐसे किसी वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। बता दें कि सोनभद्र में तैनात रही पत्नी की मौत के बाद उसके खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज है।
जौनपुर के सिकरारा के रहने वाले अखिलेश यादव पुलिस लाइन में सिपाही के पद पर तैनात हैं। बुधवार को उसने 6.24 मिनट का एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है। इस वीडियो में सिपाही कह रहा है कि जाति व धर्म के आधार पर उसकी उपेक्षा की जा रही है। साथ ही उसका मानसिक व शारीरिक शोषण भी किया जा रहा है। उसने सोनभद्र के एक अधिकारी पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा, “उन्हें फर्जी रिपोर्ट लगाकर बचाया जा रहा है। एक मामले को लेकर उनके साक्ष्य गायब किए गए हैं। मैंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री समेत कई आला अफसरों को इस संबंध में वीडियो और फोटो भेज इसकी जानकारी दी थी। इसके बाद भी न्याय न मिलने पर वह इस्तीफा पत्र लिख कर इच्छा मृत्यु मांग रहा है। मेरे साथ जो हुआ है, वह किसी और के साथ न हो।”
वीडियो में सिपाही ने कहा कि “मेरी शिकायत पर उन्नाव में जांच हो रही है। इसमें मेरे माता-पिता के बयान भी हो चुके हैं। मुझे उम्मीद थी कि इस मामले में दोषी लगभग 30 अधिकारियों पर कार्रवाई होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मुझे नौ माह से गुमराह किया जा रहा है। एक संगीन मामले में मैंने 172 पन्नों की रिपोर्ट बनाई है, जिसकी वीडियो भी मेरे पास है। मैंने इन बेईमानों को गोली मारने का निर्णय लिया है, लेकिन 30 लोगों को इकट्ठा नहीं मार सकता। इसलिए मैंने सोनभद्र के एसपी यशवीर सिंह व जौनपुर एसपी अजय पाल शर्मा को मारने का निर्णय लिया। लेकिन मुझे रायफल की ड्यूटी से हटा दिया गया।”
वहीं इस मामले में एसपी उन्नाव दीपक भूकर का कहना है कि सिपाही दहेज हत्या के मामले में आरोपित है। जांच को प्रभावित करने के लिए वह गलत बयान बाजी कर रहा है। ताकि जांच पर असर पड़े। मामले की जांच करा रहा हूं।
कानपुर डिस्टिक हेड
राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट