ब्रम्हा और विष्णु की उत्पत्ति की कथा सुनाई गई
दक्ष पुत्री सती की कथा सुन अश्रुपूरित हुए श्रद्धालु
उन्नाव। श्रीधाम गोकुल बाबा में चल रही शिव महापुराण कथा के पांचवे दिन शैवाचार्य प्रशांत प्रभुदास जी महाराज ने बताया एक बार ब्रह्मा जी अपने पुत्र नारद जी से कहते हैं कि विष्णु को उत्पन्न करने के बाद सदाशिव और शक्ति ने पूर्ववत प्रयत्न करके मुझे (ब्रह्माजी को) अपने दाहिने अंग से उत्पन्न किया और तुरंत ही मुझे विष्णु के नाभि कमल में डाल दिया। इस प्रकार उस कमल से पुत्र के रूप में मेरा जन्म हुआ। इसी क्रम में कथा प्रवक्ता ने बताया माता सती भगवान शिव की पहली पत्नी हैं। वह प्रजापति दक्ष की पुत्री थीं। राजा दक्ष ने अपनी तपस्या से देवी भगवती को प्रसन्न किया जिसके बाद माता भगवती ने ही सती के रूप में उनके घर में जन्म लिया। देवी भगवती का रूप होने के कारण सती दक्ष की सभी पुत्रियों में सबसे अलौकिक थीं। वह बचपन से ही भगवान शिव की भक्ति में लीन रहती थीं। सती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए सच्चे मन से उनकी आराधना की थी। उन्हें इसका फल भी प्राप्त हुआ और उन्हें शिव पति के रूप में प्राप्त हुए।
लेकिन राजा दक्ष उन्हें अपनी बेटी के लिए एक योग्य वर नहीं मानते थे। पिता दक्ष के विरुद्ध जाकर माता सती ने भगवान शिव से विवाह किया। घृणा के कारण दक्ष ने यज्ञ में भगवान शिव और सती को आमंत्रित नहीं किया और साथ ही भगवान शिव का अपमान भी किया जिस कारण माता सती ने यज्ञ स्थल में अपने प्राणों की आहुति दे दी।भगवान शिव ने क्रोधित होकर दक्ष का सिर यज्ञशाला में ही धड़ से अलग कर दिया। दक्ष पत्नी और अन्य पुत्रियों की प्रार्थना पर भोलेनाथ ने दक्ष के धड़ में बकरे का सिर लगाकर उन्हें जीवनदान दिया। कथा आजमान देवी प्रसाद साहू, हरि प्रसाद साहू, श्रीमती संतोष साहू, धीरज सिंह, विक्रम सिंह, नीलम त्रिपाठी, निशीथ निगम, राधा निगम, डॉ सुषमा सिंह, श्रीमती लीलावती, संतोष तिवारी, कथा अध्यक्ष अधिवक्ता राजेश त्रिपाठी व श्रीकांत शुक्ला मुकुल, व्यवस्थापक जितेन्द्र सिंह(अन्नू), संरक्षकों हरि सहाय मिश्र मदन, कमल वर्मा, राजेन्द्र सिंह सेंगर, साधना दीक्षित, राहुल पाण्डेय, विघ्नेश पाण्डेय, संजय पाण्डेय, सरिता सिंह, वंदना सिंह, दीपाली सिंह, इंद्र मणि मिश्रा एडवोकेट, अभिषेक शुक्ला, संजय त्रिपाठी, अनिल गुप्ता, संजय शुक्ला, दिव्या शुक्ला, शोभा पांडेय, चंद्रप्रकाश बाजपाई, ओम प्रकाश सोनी, कुलदीप सिंह, कुँवर बहादुर सिंह, रवि प्रकाश सिंह, कौशल किशोर यादव, संतोष दीक्षित, मनोज सिंह, शिवेन्द्र अवस्थी, रोहित अवस्थी शुभ दुबे आदि और लखनऊ में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली कथा के यजमान संजय राठौर ने पूजन आरती में भाग लिया। संयोजक डॉक्टर मनीष सिंह सेंगर ने आगामी 13 अगस्त को होने वाले 1008 पार्थिव शिव लिंगों के सामूहिक रुद्राभिषेक में ज्यादा से ज्यादा लोगों को सपरिवार शामिल होने के लिए पंजीकरण कराने की जानकारी दी। बारिश के बावजूद हज़ारों श्रद्धालुओं ने वाटर प्रूफ विशाल पांडाल में निर्बाध रूप से कथा सुनी।
ब्यूरो उन्नाव
पंकज श्रीवास्तव की रिपोर्ट