*सेटेलाइट से कटेगा टोल*
संवाददाता_राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट
भारत में टोल टैक्स के लिए अब सैटेलाइट आधारित जीएनएसएस टोल सिस्टम लागू होने जा रहा है, जिससे टोल प्लाजा की जरूरत खत्म हो सकती है। जानें कैसे यह नई तकनीक टोल वसूली को बदल देगी।
देश में टोल टैक्स के लिए अब फास्टैग का इस्तेमाल किया जाता है। अब इसके लिए लाइनों में खड़े होने की जरूरत नहीं है। अब टोल प्लाजा पर लगा स्कैनर आपके वाहनों पर लगे फास्टैग को स्कैन कर लेता है और आपका टोल कट जाता है लेकिन अब खबर आ रही है कि टोल प्लाजा बंद हो सकते हैं क्योंकि अब सैटेलाइट से टोल काटने की तकनीक आ रही है। इसके बारे में पांच बड़ी बातें क्या हैं, आइए आपको बताते हैं। जीएनएसएस आधारित टोल सिस्टम लागू होने जा रहा है।
भारत में टोल टैक्स चुकाने के तरीके में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। भारत सरकार सैटेलाइट आधारित टोल सिस्टम शुरू करने की तैयारी कर रही है। इस सैटेलाइट आधारित सिस्टम को जीएनएसएस टोल इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम यानी ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम कहा जाता है। भारत सरकार के केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में राज्यसभा में इस बारे में बयान भी दिया है।