पुरी से कांग्रेस उम्मीदवार ने वापस किया टिकट, कहा – चुनाव प्रचार के लिए पैसे नहीं
– May 04, 2024
पुरी. लोकसभ चुनाव-2024 के लिए अभी तक दो ही चरणों का मतदान हुआ है, लेकिन विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस को लगातार झटका लग रहा है. सूरत और इंदौर के बाद अब ओडिशा की हॉट सीट मानी जा रही पुरी से भी कांग्रेस के उम्मीदवार ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. कांग्रेस ने पुरी लोकसभा सीट से सुचारिता मोहंती को टिकट दिया था. सुचारिता ने टिकट लौटाते हुए अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है. यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है. बता दें कि इस सीट से भाजपा के दिग्गज नेता संबित पात्रा भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं. सुचारिता द्वारा नाम वापस लेने से संबित पात्रा की राह आसान हो सकती है.
सूरत और इंदौर के बाद ओडिशा की हॉट सीट पुरी में भी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. पैसों की कमी का हवाला देते हुए ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने मतदान से पहले ही मैदान छोड़ दिया है. उन्होंने कांग्रेस को टिकट लौटा दिया है. इससे पहले गुजरात की सूरत और मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ने अपना नाम वापस लेते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था. सूरत में तो भाजपा प्रत्याशी को विजयी भी घोषित कर दिया गया.
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल को लिखी चिट्ठी
सुचारिता मोहंती ने कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल को इस संबंध में चिट्ठी लिखकर अपने फैसले से अवगत करा दिया है. लोकसभा चुनाव की उम्मीदवारी का टिकट लौटाते हुए पुरी से कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को लिखी चिट्ठी में कहा कि चुनाव लड़ने के लिए उन्हें पार्टी की तरफ से मिलने वाली राशि नहीं दी गई है. पैसे न मिलने की वजह से वह चुनाव प्रचार नहीं कर पा रही हैं. पुरी लोकसभा सीट पर 25 मई को मतदान होना है, उससे पहले ही कांग्रेस को यह झटका लगा है.
पुरी से BJP उम्मीदवार हैं संबित पात्रा
ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट को हॉट सीट माना जा रहा है. यहां से भाजपा के चर्चित नेता संबित पात्रा चुनाव मैदान में हैं. कांग्रेस प्रत्याशी सुचारिता मोहंती द्वारा चुनाव न लड़ने की घोषणा के बाद पात्रा की राह आसान हो सकती है. इससे पहले सूरत और इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार ऐन वक्त पर अपना नाम वापस ले चुके हैं. सूरत में तो भाजपा प्रत्याशी को विजयी भी घोषित किया जा चुका है।
स्मृति यादव की रिपोर्ट