करनाल। संयुक्त किसान मोर्चा के घटक किसान संगठनों ने करनाल में ट्रेक्टर मार्च निकाल कर प्रदर्शन किया
राजेंद्र करनाल की रिपोर्ट
करनाल। संयुक्त किसान मोर्चा के घटक किसान संगठनों ने करनाल में ट्रेक्टर मार्च निकाल कर प्रदर्शन किया। खनौरी बोर्डर पर युवा किसान की गोली लगने से हुई मौत के बाद एसकेएम ने यह प्रदर्शन करने का एलान किया था। सरकार पर किसानों का शोषण करने के आरोप लगाते हुए किसान नेताओं ने कहा कि सरकार किसानों के साथ बेइंसाफी कर रही है। भाकियू सर छोटूराम के प्रवक्ता बहादुर मेहला बलड़ी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों से किए वादों को पूरा नहीं किए, रोष स्वरूप किसानों को फिर से सडक़ों पर उतरना पड़ा है। सरकार एमएसपी गारंटी नियम बनाने से क्यों परहेज कर रही है। क्या सरकार केवल पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है। उन्होंने बताया कि 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान महापंचायत होगी। अभी तक किसान शांतिपूर्ण तरीके से अपनी आवाज उठा रहे हैं। सरकार ने धक्काशाही की तो किसान उग्र आंदोलन भी कर सकते हैं। इससे जो नुकसान होगा उसके लिए सरकार जिम्मेवार होगी। सोमवार सुबह किसान जिला सचिवालय के सामने मैदान में इक्टटा हुए और ट्रेक्टरों पर बैठकर हाइवे की तरफ कूच कर गए। लंबी कतारों में टेे्रक्टरों को शाम तक नेशनल हाईवे पर ही खड़ा रखा गया। इस अवसर पर बीकेयू के प्रदेश संरक्षक प्रेमचंद शाहपुर, जगदीप ओलख, मेहताब कादियान, सुखविंद्र झब्बर, अमृपाल बुग्गा, अमनदीप बब्बर, सेवा सिंह महमल, भूपेंद्र लाडी, जोशपाल गिल, सुरेंद्र सांगवान, राममेहर नंबरदार, परमजीत मांगेवाला, प्रगट सिंह, सुरेंद्र घुम्मन, वरिंद्र चीमा डाचर व जोगिंद्र झिंडा ने संबोधित किया।