प्रयाग नारायण मंदिर (शिवाला) में माघ मेला 163 व श्री ब्रह्मोत्सव (स्थापना दिवस) संपन्न
कानपुर नगर, शनिवार उत्तर भारत का सुप्रसिद्ध दक्षिण भारतीय शैली में स्थापित महाराज प्रयाग नारायण मंदिर शिवाला का 11 दिवसीय स्थापना दिवस श्री ब्रह्मोत्सव (माघ मेला) धूम धाम से परंपरागत रूप से संपन्न हुआ।
प्रातः 6:00 बजे शेष वाहन (सिंहासन) पर भगवान रंगनाथ मंदिर से भक्तों के कंधे पर निकाल कर मंदिर प्रांगण की परिक्रमा करते हुए जनकपुर गए वहां प्रातः कालीन भक्ति कीर्तन के पश्चात प्रसाद वितरण कर वापस मंदिर आए ।प्रातः 10:00 बजे भव्य स्वर्ण सिंहासन में शिवाला मंदिर से शहनाई एवं बैण्ड बाजा की धुन में भक्तों महात्माओं संतों एवं नगर के गणमन व्यक्तियों राजनेताओं के साथ शोभा यात्रा में दक्षिण शाही छत्र एवं रजत कलश तुलसी जी की डोली के साथ गंगा जी यज्ञान्य स्नान हेतु प्रस्थान की। जगह-जगह शोभायात्रा का स्वागत के साथ-साथ पुष्प वर्षा की गई। सरसैया घाट तट पर शोभायात्रा विश्राम कर भगवान श्री निवास वेंकटेश का विग्रह पालकी में सभी भक्तों एवं सेवक आचार्यगण जयकारा लगाते हुए गंगा जी की मुख्य धारा में स्नान करने गए। मुख्य धारा में डुबकी के साथ आरती करते हुए वैसे ही भीगे वस्त्र के साथ वापस घाट पर आकर श्रृंगार करके पुनः वापसी शोभा यात्रा आई। समस्त कार्यक्रम मंदिर के अध्यक्ष ‘ मुकुल ‘ विजय नारायण तिवारी एवं प्रबंधक अभिनव नारायण तिवारी की देखरेख में संपन्न हुआ। प्रमुख रूप से कनिष्क पांडे, अमरीश मिश्रा, संदीप तिवारी, शिव कुमार गुप्ता, डॉक्टर अंगद सिंह, डॉक्टर अमित द्विवेदी, महेश मिश्रा, हरिओम पाण्डेय, दुर्गेश, प्रखर तिवारी , मनोज तिवारी, अनिल कुमार शर्मा, रविंद्र शर्मा|
हरिओम की रिपोर्ट