एनीमिया दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम एवं जांच शिविर का आयोजन।
कानपुर नगर, भारतीय बाल रोग अकादमी कानपुर द्वारा बाल रोग ओपीडी हैलेट में विश्व एनीमिया दिवस के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम एवं जांच शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में डॉक्टर यशवंत कुमार राव ने बताया कि भारत में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों ,गर्भवती महिलाओं एवं युवा महिलाओं में 50 प्रतिशत से अधिक एनीमिया अर्थात खून की कमी से पीड़ित है। इनमें एनीमिया का मुख्य कारण सही पोषण न मिलने के कारण शरीर में आयरन फोलिक एसिड एवं विटामिन बी12 की कमी होना है। एनीमिया के मुख्य लक्षण कमजोरी एवं थकान लगना, त्वचा का पीला पड़ना, भूख कम लगना, चिडचिडापन, चक्कर आना, दिल की धड़कन तेज होना, सांस फूलना इत्यादि है।
कार्यक्रम में एच ओ डी बाल रोग डॉक्टर ए के आर्या ने बताया कि बचाव के लिए नियमित संतुलित पोषक आहार जिसमें हरी पत्तेदार सब्जी, गुड-चना, पीले फल, खजूर इत्यादि का सेवन करने की सलाह दी।साथ ही बताया कि खाना लोहे के बर्तनों में पकाएं। बच्चों में ६ माह के अंतराल में डिवर्मिंग अर्थात् कीड़े की दवाएँ दें। कार्यक्रम में डॉक्टर अमितेश यादव ने बच्चों वा माताओं को आयरन एवं फ़ॉलिक एसिड टेबलेट भी वितरित की गईं। कार्यक्रम में डॉ रूपा डालमिय,डॉ शैलेन्द्र गौतम, डॉक्टर नेहा अग्रवाल एवं बड़ी संख्या में शिशु माता उपस्थित थी।
हरिओम की रिपोर्ट