Kanpur News: अपनों ने मुंह मोड़ा, वृद्ध दशा में कंपकंपाते हाथों ने सहारा मांगा तो सबने पीछे खींच लिया हाथ… मौत,*
पूरी जिंदगी दूसरों की सेवा करने में गुजार दी लेकिन जिंदगी के अंतिम पड़ाव पर मदद करने का मौका आया तो अपनों ने मुंह मोड़ लिया। आखिर में वृद्ध की मौत हो गई।
कानपुर, पूरी जिंदगी दूसरों की सेवा करने में गुजार दी लेकिन जिंदगी के अंतिम पड़ाव पर मदद करने का मौका आया तो अपनों ने मुंह मोड़ लिया। बात कर रहे हैं केरल के एक डॉक्टर की जो वर्षों पहले कानपुर आए और यहां पर सस्ती चिकित्सा सेवा से मरीजों का दिल जीता। वृद्ध दशा में कंपकंपाते हाथों ने सहारा मांगा तो सबने हाथ पीछे खींच लिया। उर्सला में उन्होंने दम तोड़ दिया।
मामला पनकी थानाक्षेत्र में स्थित पावर हाउस मार्केट में स्थित डॉक्टर नेल्सन बिलफ्रेड का है। पनकी के रहने वाले दुकानदार अनिल अग्निहोत्री, अतुल सिंह, शिवम, शैलेंद्र शुक्ला, अभिषेक ने बताया कि 83 वर्षीय नेल्सन बिलफ्रेड मूलरूप से केरल के रहने वाले हैं। वर्षों पहले वह कानपुर पहुंचे और पनकी पावर हाउस मार्केट में अपना क्लीनिक बनाया था। वह 15 रुपये में मरीजों को दवा देते थे।
बताया कि जिसके पास रुपये नहीं होते थे, वह उसे फ्री में दवा देते थे। बताया कि उनकी वयोवृद्ध स्थिति के कारण 16 जनवरी को उनकी हालत गंभीर हो गई थी। परिवार में पत्नी व बच्चों के न होने के कारण उन्होंने इसकी सूचना केरल में रहने वाले उनके भांजे हार्टी थॉमस को दे दी। इस पर उसने कहा कि वर्षों पहले वो यहां से चले गए थे, उन्होंने अपने शरीर को मेडिकल कॉलेज में दान देने के लिए कहा था। जैसे भी हो वहीं ले जाइएगा उनसे कोई मतलब नहीं है।
दुकानदारों ने बताया कि हालत बिगड़ी तो वह लोग उन्हें उर्सला अस्पताल ले गए। जहां उन्हें भर्ती कराकर इलाज शुरू किया गया। बताया कि वे लोग अपनी-अपनी दुकानों के चक्कर में वापस चले आए। मार्केट के एक दो लोग अस्पताल जाकर स्वास्थ्य के बारे में पूछ आते थे। लेकिन 19 जनवरी की देर रात डॉक्टर ने फोन पर मौत की सूचना दी।
आरोप लगाया कि तीमारदार अगर अस्पताल में रुकता है तो सरकारी में ठीक से इलाज होता है। लेकिन उनके साथ केवल खानापूर्ति की गई। पनकी पुलिस ने मामले की जांच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दुकानदारों ने बताया कि इसके बाद उन लोगों ने चंदा करके विद्युत शव दाहगृह में उनका अंतिम संस्कार कर दिया।
*सुमित सिंह की रिपोर्ट*