एक घंटे के ऑपरेशन के बाद डाक्टरों ने बचाई मरीज की जान।
महिला मरीज के बच्चेदानी की नली फटने से हो रहा था अंदरूनी रक्तस्राव
कानपुर नगर, शायद डाक्टर को धरती का भगवान इसी लिए कहा जाता है, जब अपना सारा अनुभव झोंककर कोई डाक्टर मरीज की जान बचाता है। इसी प्रकार एक महिला मरीज जिसके शरीर में मात्र एक ग्राम रक्त बचा था उसे बचाने के लिए डा0 सीमा द्विवेदी की टीम रात में 1 बजे जुट गयी और हर संभव प्रयास से उन्हे मरीज की जान बचाने में सफलता प्राप्त हुई।
जूही निवासी 25 वर्षीय महिला डा0 अनुराग के युनिट में सर्जरी विभाग में आकर भर्ती हुई, जांच में पता चला कि महिला मरीज की बच्चेदानी की नली फट चुकी है, जिसके कारण उसके अंदरूनी स्राव हो रहा है और शरीर से 3 लीटर रक्त का स्राव हो चुका है, मात्र एक ग्राम खून ही महिला के शरीर में शेष है। मरीज की गंभीरता को देखते हुए डा0 सीमा त्रिवेदी ने रात एक बजे महिला मरीज का ऑपरेशन अपने टीम के साथियों के साथ शुरू किया। तत्कल तीन बोतल खून की व्यवस्था कराई गयी। बेहोशी वाली टीम, जिसमें डा0 मनीषा, डा0 शिवम, डा0 कृष्णा थे, उन्होने सहयोग करते हुए कुशलता के साथपूरा ऑपरेशन कराया और तुरंत मरीज को आईसीयू ले गये जहां डा0 सीमा द्विवेदी की टीम, डा0 शालिनी, डा0 श्रृति, डा0 शिवांगी आदि मौजूद थे। एक घंटे में ऑपरेशन समाप्त हुआ। डा0 सीमा द्विवेदी ने बतायाकि मरीज बिल्कुल ठीक और स्वस्थ है।चार विभागों के सामूहिक एवं सक्रिय प्रयास से अति गंभीर मरीज को बचाया जा सका।
संवाददाता
हरीओम रिपोर्ट