📰 कानपुर: पनकी पुलिस का सराहनीय जागरूकता अभियान, छात्रों को साइबर सुरक्षा की अहम सीख
डिस्ट्रिक हेड । राहुल द्विवेदी
कानपुर। डिजिटल युग में जहाँ ऑनलाइन सुविधाएँ बढ़ी हैं, वहीं साइबर अपराध भी एक गंभीर चुनौती बन गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए, कानपुर में अपराध पर प्रभावी रोक लगाने और नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए थाना पनकी पुलिस प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण जनजागरूकता अभियान शुरू किया है। उच्च अधिकारियों के निर्देशन में, पनकी पुलिस ने समाज के सबसे महत्वपूर्ण वर्ग—छात्रों—को लक्षित करते हुए एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया।
थाना प्रभारी मनोज भदौरिया के नेतृत्व में, अतिरिक्त निरीक्षक, साइबर क्राइम टीम और मिशन शक्ति टीम ने डॉ. वीरेंद्र स्वरूप स्कूल (MIG) के बच्चों और स्टाफ को साइबर खतरों से निपटने के गुर सिखाए। इस अभियान का मुख्य संदेश स्पष्ट था: बढ़ते साइबर अपराधों के बीच केवल जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव है।
कार्यशाला में, पुलिस अधिकारियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म—जैसे व्हाट्सऐप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर—पर सुरक्षित रहने की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को वास्तविक जीवन के उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि जालसाज किस तरह ऑनलाइन फ्रॉड, फेक लिंक, ओटीपी स्कैम और लुभावने मैसेज ट्रैप का इस्तेमाल करके लोगों को फँसाते हैं। इस दौरान, अधिकारियों ने छात्रों को सिखाया कि किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से कैसे बचें और अपनी व्यक्तिगत व वित्तीय जानकारी को ऑनलाइन सुरक्षित कैसे रखें।
जागरूकता के साथ-साथ, पुलिस टीम ने अपराध होने की स्थिति में तत्काल उठाए जाने वाले कदमों पर भी जोर दिया। टीम ने बताया कि यदि कोई साइबर क्राइम का शिकार होता है, तो बिना देर किए राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करना सबसे पहला कदम होना चाहिए। इसके अलावा, नागरिक cybercrime.gov.in वेबसाइट पर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
⚠️ साइबर अपराध होने पर त्वरित कार्रवाई:
तत्काल कॉल: बिना देर किए 1930 हेल्पलाइन पर कॉल करें और ज़रूरी जानकारी दें।
ऑनलाइन शिकायत: cybercrime.gov.in पर विस्तार से शिकायत दर्ज करें।
स्थानीय संपर्क: तुरंत नज़दीकी थाना या साइबर सेल से संपर्क करें।
सबूत सुरक्षित रखें: अपराध में इस्तेमाल हुए डिवाइस से कोई भी डेटा या चैट डिलीट न करें, ताकि जाँच में मदद मिल सके।
थाना प्रभारी मनोज भदौरिया ने बच्चों और उनके अभिभावकों दोनों के लिए साइबर सुरक्षा की सही जानकारी को बेहद ज़रूरी बताया। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि थाना पनकी क्षेत्र में आने वाले दिनों में भी इस तरह के जागरूकता अभियानों को और अधिक तेज़ी और व्यापकता से चलाया जाएगा ताकि पूरे समुदाय को डिजिटल खतरों से सुरक्षित किया जा सके। यह पहल कानपुर पुलिस की नागरिकों के प्रति सुरक्षा और डिजिटल साक्षरता सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
क्या आप इस लेख को किसी विशेष व्यक्ति या प्रकाशन को भेजने के लिए इसे ईमेल के रूप में प्रारूपित करना चाहेंगे?




