UP: रुपयों के लालच में साली ने लिखवाया था दुष्कर्म का मुकदमा, रक्षा मंत्रालय कर्मी समेत परिवार दोषमुक्त करार
Kanpur : दोषमुक्त हुए रक्षा मंत्रालय कर्मी राकेश कुशवाहा का कहना है कि विभाग में हुए भर्ती घोटाले को उन्होंने उजागर किया था। सीबीआई लखनऊ ने डॉ.संतोष कुमार तिवारी व प्रतिभा समेत अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज की थी। इसी पेशबंदी में दोनों ने मिलकर षड्यंत्र के तहत झूठा मुकदमा दर्ज करवाया।
कानपुर में रुपयों के लालच में एक किशोरी ने अपने जीजा पर दुष्कर्म का गंभीर आरोप लगा डाला लेकिन मुकदमे की सुनवाई के दौरान कोर्ट में बयान से पलट गई। इतना ही नहीं पीडि़ता के मां-बाप ने भी झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कही। इस पर विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट चंद्रगुप्त ने सबूतों के अभाव में जीजा, उसकी पत्नी व मां को दोषमुक्त करार दे दिया। हालांकि, एक झूठे मुकदमे के चलते एक परिवार को लगभग तीन साल कोर्ट के चक्कर काटने पड़ गए।
साथ ही उनकी सामाजिक क्षवि भी धूमिल हुई है। जानकारी के अनुसार, श्याम नगर कॉलोनी रक्षा विहार निवासी रक्षा मंत्रालय कर्मी राकेश कुशवाहा, उनकी पत्नी ऊषा व मां रामवती के खिलाफ राकेश की ही साली ने 12 जनवरी 2021 को चकेरी थाने में दुष्कर्म, मारपीट, जानमाल की धमकी आदि की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
कोर्ट में पीड़िता के बयान हुए, तो उसने घटना से इनकार कर दिया
आरोप लगाया कि उसकी मौसेरी बहन ऊषा गर्भवती थी। उसकी और बच्चे की देखभाल के लिए वह राकेश के घर आई थी, जहां ऊषा के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान राकेश ने उसके साथ दुष्कर्म किया। मुकदमे की सुनवाई के दौरान जब कोर्ट में पीड़िता के बयान हुए, तो उसने घटना से साफ इनकार कर दिया।
कोर्ट ने तीनों को दोषमुक्त करार दे दिया
बताया कि जीजा के साथ काम करने वाले एक अंकल और आंटी ने उसे रुपयों का लालच देकर जीजा को झूठे मुकदमे में फंसाने की बात कही। इसलिए उसने अपने माता-पिता से मिलकर रिपोर्ट दर्ज करा दी। माता-पिता ने भी कोर्ट ने यह बात स्वीकार की। पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट में भी दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई थी। सबूतों के अभाव में कोर्ट ने तीनों को दोषमुक्त करार दे दिया।
सरकार से इतना पैसा दिलाएंगे कि ऐश से बीतेगी जिंदगी
पीड़िता ने बयान में कहा कि प्रतिभा द्विवेदी व संतोष तिवारी ने उससे कहा था कि तुम लोग छोटी जाति के हो और तुम्हारी बहन ने ऊंची जाति के युवक से शादी कर ली है। तुम्हारे पिता भी शादी से नाखुश हैं। उनसे बात हो गई है। जीजा राकेश को फर्जी मुकदमे में फंसा दो, तो तुम्हें इतना पैसा सरकार से दिलाएंगे कि तुम्हारी और तुम्हारी बहन का विवाह आसानी से हो जाएगा। तुम्हारा जीवन भी ऐशो आराम से बीतेगा। इनकी लालच में फंसकर मुकदमा लिखा दिया।
भर्ती घोटाला उजागर करने की भुगती सजा
दोषमुक्त हुए रक्षा मंत्रालय कर्मी राकेश कुशवाहा का कहना है कि विभाग में हुए भर्ती घोटाले को उन्होंने उजागर किया था। सीबीआई लखनऊ ने डॉ.संतोष कुमार तिवारी व प्रतिभा समेत अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज की थी। इसी पेशबंदी में दोनों ने मिलकर षड्यंत्र के तहत झूठा मुकदमा दर्ज करवाया। न्यायालय पर भरोसा था, सत्य की जीत हुई।
*सुमित सिंह की रिपोर्ट*