स्क्रैप कारोबारियों के प्रतिष्ठानों पर छापा, करोड़ों की कर चोरी के दस्तावेज मिले हैं
सीजीएसटी एसजीएसटी की टीमों ने की कार्यवाही, 4.5 करोड़ जमा कराए
कानपुर । सेंट्रल जीएसटी सीजीएसटी के अफसरों ने स्क्रैप कारोबारियों के छह प्रतिष्ठानों पर छापा मारा 10 दिन तक रेकी के बाद कार्रवाई की गई कारोबारियों से दो करोड़ 35 लाख रुपये जमा कराए गए जांच में पता चला कि कारोबारी बिना इनवाइस काटे ही बड़े पैमाने पर माल की निकासी कर रहे थे जिन इनवाइस को काटा जा रहा था उसका इस्तेमाल भी कई बार हो रहा था अफसरों ने बड़े पैमाने पर दस्तावेज जब्त किए हैं सेंट्रल जीएसटी के आयुक्त गौरी शंकर सिन्हा के निर्देश पर 24 से ज्यादा अफसरों की छह टीमों ने सरोजनीनगर स्थित शिवम ट्रेडर्स और मंधना स्थित अवनी मेंटल्स प्राइवेट लिमिटेड पर छापा मारा इनके हरबंश मोहाल, ट्रांसपोर्ट नगर, दर्शन पुरवा, बिरहाना रोड स्थित प्रतिष्ठानों पर भी एक साथ कार्यवाही की गई फर्म संचालक शहर व आसपास के जिलों में लंबे समय से स्क्रैप की खरीद-फरोख्त कर रहे थे कर चोरी की सूचना मिलने पर विभाग के अफसरों ने दस दिन तक इनके प्रतिष्ठानों के आसपास रेकी की रेकी में पता चला कि बिना बिल के करोड़ों का लेन-देन किया जा रहा था इसके बाद अलग-अलग टीमों ने कार्यवाही की संचालकों के प्रतिष्ठानों के यहां से जब्त दस्तोवजों के आधार पर करोड़ों की कर चोरी पकड़ी गई मौके पर संचालकों ने दो करोड़ 35 लाख रुपये जमा कराए हैं सूत्रों ने बताया कि को जब्त दस्तावेजों का आकलन किया जाएंगा शुरुआती जांच में करोड़ों की कर चोरी के दस्तावेज मिले हैं स्टेट जीएसटी (एस जीएसटी) की टीम ने कोयला नगर स्थित स्क्रैप कारोबारी के प्रतिष्ठान पर छापा मारा डाटा विश्लेषण से कर चोरी के पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद कार्रवाई की गई बाद में फर्म संचालक ने दो करोड़ 18 लाख रुपये जमा कराए अपर आयुक्त ग्रेड एक कानपुर जोन द्वितीय आरएस विद्यार्थी के निर्देश और अपर आयुक्त ग्रेड दो एसआईबी कुमार आनंद और संयुक्त आयुक्त एसआईबी सुशील कुमार गौतम की अगुवाई में उपायुक्त राजेश कुमार सिंह की टीम ने गौरी इंटरप्राइजेज के प्रतिष्ठान पर छापा मारा फर्म शहर में स्क्रैप की खरीद और बिक्री करती है विभाग के अफसरों को मिले गोपनीय इनपुट और विभागीय पोर्टल पर आंकड़ों के विश्लेषण करने पर पता चला कि फर्म ने जिन अन्य फर्मों से खरीद दिखाई है, वे पूर्व में उसके जीएसटीआर दो ए रिटर्न में नहीं दिख रहे थे इसके अलावा फर्म संचालक ने दिसंबर 2024 में जीएसटी आर दो बी के सापेक्ष जीएसटी आर तीन बी में अधिक आईटीसी क्लेम कर लिया था इसके बाद और जांच हुई तो मामला खुलता चला गया अपर आयुक्त ग्रेड ए ने बताया कि अफसरों की टीम ने फर्म संचालक के प्रतिष्ठान में मिले दस्तावेजों के मिलान के बाद कर चोरी पकड़ी है। फर्म संचालक ने मौके पर दो करोड़ 18 लाख रुपये जमा कराए हैं आगे की कार्यवाही शुरू कर दी गई बड़े पैमाने पर दस्तावेज जब्त किए गए हैं




