*फिरदौस परवीन के आधार कार्ड,संख्या,601690548437 का सन,2000 से सन,2024 का पूरा डाटा निकल कर जांच कराई जाए*
*संवाददाता राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट*
*अलीशा अंसारी के जारी कानपुर नगर के आयकर विभाग के पैन कार्ड संख्या,AYJPA,1642H का सन,2011 का पूरा डाटा निकल कर जांच कराई जाए?*
*श्रीमान पुलिस अधीक्षक उन्नाव देखें अलीशा अंसारी तथा फिरदौस परवीन दोनो में कौन अधिवक्ता कौन कितनी बड़ी चोर,लुटेरी?*
*सन,2020 को उन्नाव बार से भेजे बार काउंसिल प्रयागराज शपथ पत्र में कानपुर थाना जूही से दर्ज चोरी का मुकदमा क्यों छुपाया बार काउंसिल से कुख्यात महिला अलीशा अंसारी ने क्यों नही बताया?*
*कानपुर,उन्नाव के थानो तथा न्यायालय से एक दर्जन चोरी,लूट,307 के संगीन मुकदमे कुख्यात माफिया महिला अघोषित लेडी डॉन अलीशा अंसारी पर दर्ज?*
*उन्नाव* अघोषित लेडी डॉन अलीशा अंसारी पुत्री स्वर्गीय निजामुद्दीन माता मुन्नी बेगम पति जान मोहम्मद निवासी,84/83 सकेरा स्टेट थाना रायपुरवा कानपुर नगर हाल पता अलीनगर कोतवाली गंगा घाट जिला उन्नाव की है माता मुन्नी बेगम द्वारा बगैर तलाक दिए पूर्व में पहले पति को छोड़ा जा चुका है जिससे मनीषा पुत्री पुत्र गुफरान यह दो संताने है स्वर्गीय निजामुद्दीन मुन्नी बेगम के बीच में तीन बेटे दो बेटियों ने जन्म लिया मुन्नी बेगम के दोनों पति से कुल सात संताने है मुन्नी बेगम तथा बहन अन्य महिलाओं का पूर्व में लंबा चौड़ा गैंग इस गैंग का मुख्य उपदेश मेले तथा त्योहारों में लोगों की जेब काटना सोने की दुकान को अपना निशाना बनाना मुन्नी बेगम गैंग द्वारा कई जनपदों में आपराधिक कार्य को अंजाम दिया जा चुका है इस काम में बेटी अलीशा अंसारी तथा सहेली जीनत भी शामिल है सन 2016 में जूही बारादेवी के मेले में सोने की दुकान से चोरी करने में अलीशा तथा सहेली जीनत पकड़ी गई थाना जूही से मुकदमा अपराध संख्या 137/16,धारा,380,411 में दर्ज हुआ और दोनों को कानपुर जेल का रास्ता दिखाया गया शातिर मां मुन्नी बेगम ने कोतवाली गंगा घाट के सभासद दीपू सिंह उर्फ चौहान के लेटर हेड को नगर पालिका गंगा घाट जिला उन्नाव से वेरीफाई यह कराया कि मुन्नी बेगम तथा अलीशा अंसारी उन्नाव जनपद के है कानपुर नगर के माननीय मजिस्ट्रेट कोर्ट एमएम 8 से मां मुन्नी बेगम पिता स्वर्गीय निजामुद्दीन बेटा गुफरान ने दोनो की जमानत ली जीनत तथा अलीशा को कानपुर नगर की जेल से रिहा कराया स्वर्गीय निजामुद्दीन ने तीन शादियां की है पहली पत्नी कहकसा परवीन है जिससे एक बेटा जमालुद्दीन एक बेटी फिरदौस परवीन है जो अलीशा अंसारी की सौतेली, मां तथा बहन है फिरदौस परवीन ने महादेव इंटर कॉलेज कोतवाली गंगा घाट से सन 2007 को हाई स्कूल की परीक्षा पास की इधर अलीशा अपराधिक कार्यों को तेज़ी से अंजाम दे रही थी किये गए अपराधिक कार्य को छुपाने के लिए उन्नाव जिले के एक अधिवक्ता ने एक ऐसी रचना की अलीशा अंसारी को फिरदौस परवीन का नाम दे दिया अलीशा अंसारी के किए अपराध से छुटकारा दिलाया सन,2015 में बेंगलुरु गुजरात के सलमान से फिरदौस परवीन का विवाह करा दिया और खुद बन गई अलीशा अंसारी से फिरदौस परवीन अलीशा अंसारी ने कानपुर नगर से फिरदौस परवीन के आधार कार्ड में 2017 में अपना नाम जोड़कर बड़ा खेल किया सन,2020 के बार काउंसिल से जारी सदस्य प्रमाण पत्र,UP02898
2020,फिरदौस परवीन नाम अंकित है सन,2011के जारी आयकर पैन कार्ड में अलीशा अंसारी नाम अंकित है दो नाम दो महिला अलग अलग है एक कहावत है चोर,चोरी जितनी भी कर ले पर सबूत कोई न कोई छोड़ जाता है एक महिला के दो नाम फिरदौस परवीन उर्फ अलीशा अंसारी एडवोकेट इस तरह से किस एक्ट में लिखने की अनुमति है किस अधिकारी के निर्देश से बोर्ड तथा मोहर लगा रही है अलीशा अंसारी तथा फिरदौस परवीन अगर एक महिला है तो सन,2020 जारी सदस्य प्रमाण पत्र,में उन्नाव बार से भेजे बार काउंसिल को शपथ पत्र में सन,2016 में थाना जूही से दर्ज हुए,137/16,धारा,380,411 के मुकदमा क्यों छुपाया बार काउंसिल को नही बताया श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय उन्नाव जांच तथा मुकदमा लिखने का विषय है??
संवाददाता
राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट