भट्ठी में रैक्सीन जला कर चिमनियों से काला जहरीला धूंआ उगलने वाली कंपनियां पर क्यों नहीं होती कार्यवाही बड़ा सवाल ।
मगरवारा उन्नाव।नेहरू बाग सहजनी मगरवारा। स्थित कई कंपनियों द्वारा भयंकर प्रदूषण फैलाने वाले प्रतिबंध अत्यंत हानिकारक जानलेवा घनघोर काला जहरीला धूंआ निकालने वाले रेक्सीन को जलाने का काम किया जा रहा। रेक्सीन या चमड़े की कतरन जलाना अत्यंत ही हानिकारक है इसको जलाने से वातावरण पूर्ण रूप से प्रदूषित हो जाता। यही काला जहरीला धुआं लोगों की सांसों में घुल कर उन्हें बीमार कर रहा और मौत के करीब बहुत करीब ले जा रहा। लेकिन कंपनी मालिकों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता लोग मरे या जिएं वातावरण चाहे जितना प्रदूषित हो उन्हें तो सिर्फ अपना फायदा दिखता है। कैसे कम लागत में भट्टी जले उनका माल बने खूब मुनाफा मिले यही दिखता है। कंपनी मालिकों की लालच के चलते लोगों की जान और वातावरण के साथ किए जा रहे इतने बड़े जान लेवा खिलवाड़ को देखकर प्रशासन मौन क्यों बड़ा सवाल। प्रशासन सर्वगुण संपन्न सक्षम होते हुए भी इन कंपनी मालिकों के सामने क्यों हो जाता नतमस्तक क्या आम लोगों की तरह प्रशासन को भी इन कंपनी मालिकों से डर लगता है बड़ा सवाल। या बात कुछ और है जो लोग समझ नहीं पा रहे।इतने बड़े पैमाने पर खुलेआम फैलाये जा रहे प्रदूषण पर आखिर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड उन्नाव जिला अधिकारी उन्नाव की नजरे क्यों नहीं पड़ रही बड़ा सवाल।आखिर क्यों प्रदूषण फैला रही कंपनियों पर नहीं की जाती कार्यवाही ऐसी क्या मजबूरी बड़ा सवाल। अगली खबर में हम बताने का पूरा प्रयास करेंगे की किस कंपनी द्वारा रैक्सीन जलाया जा रहा हमने जो अभी तक का रिसर्च और स्ट्रिंग ऑपरेशन के माध्यम से कंपनियां द्वारा फैलाया जा रहा बड़े पैमाने पर प्रदूषण उसकी जानकारी एकत्र की है उसे खबर के माध्यम से आप तक साझा की जाएगी।