MP के 24 पूर्व मंत्रियों को गृह विभाग का नोटिस: 10 दिन में सरकारी बंगला खाली न किया तो ताला तोड़कर जबरन किया जाएगा बेदखल
– March 02, 2024
भोपाल। मोहन सरकार (Mohan Govt.) मंत्रियों को बंगला दिलाने को लेकर सख्त हो गई है। राज्य सरकार ने राजधानी में बंगला खाली नहीं करने वाले पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायक समेत 28 भाजपा नेताओं को बेदखली का नोटिस जारी किया गया है। इनमें 24 पूर्व मंत्री और 4 पूर्व विधायक शामिल हैं। गृह विभाग की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि लोक परिसर (बेदखली) अधिनियम 1974 (क्रमांक 46 सन 1974) की धारा 4 के अंतर्गत बंगला खाली न करने का कारण बताएं, वरना प्रस्तावित बेदखली आदेश को अंतिम रूप में लागू कर दिया जाएगा। सभी को 29 फरवरी तक बंगला खाली करने के लिए कहा गया था, जिसकी अवधि खत्म हो गई है। ये नोटिस अब बंगलों पर चस्पा किए गए हैं
दूसरे नोटिस के बाद जबरन होगा खाली
पहले नोटिस के बाद 10 दिन का एक और नोटिस दिया जाएगा। इसके बाद ताला तोडक़र जबरन बंगला खाली कराया जाएगा। पूर्व मंत्रियों में कमल पटेल, उषा ठाकुर, मीना सिंह, दीपक जोशी, इमरती देवी, रामपाल सिंह, महेंद्र सिंह सिसोदिया समेत 28 नेताओं के नाम हैं।
नेताओं की लिस्ट जिन्हें बेदखली का नोटिस दिया गया
उषा ठाकुर – पूर्व मंत्री एवं इंदौर में भाजपा की दबंग महिला नेता।
रामखेलावन पटेल – पूर्व मंत्री एवं सतना में भाजपा के प्रभावशाली नेता।
पारस जैन – पूर्व मंत्री एवं मुख्यमंत्री के गृह नगर उज्जैन के कद्दावर भाजपा नेता।
भारत सिंह कुशवाहा – पूर्व मंत्री एवं ग्वालियर के प्रभावशाली नेता।
कमल पटेल – पूर्व मंत्री एवं हरदा के सबसे बड़े भाजपा नेता।
महेंद्र सिंह सिसोदिया – पूर्व मंत्री एवं सिंधिया समर्थक।
राजवर्धन सिंह दत्तीगांव – पूर्व मंत्री सिंधिया समर्थक और बदनावर के दबंग नेता।
प्रेम सिंह पटेल – पूर्व मंत्री एवं बड़वानी के प्रभावशाली नेता।
अरविंद भदौरिया – पूर्व मंत्री, शिवराज सिंह के नजदीकी और भिंड के बड़े भाजपा नेता।
ओपीएस भदौरिया – पूर्व मंत्री एवं सिंधिया समर्थक।
नर्मदा प्रसाद प्रजापति – पूर्व मंत्री एवं नरसिंहपुर के प्रभावशाली नेता।
इमरती देवी – पूर्व मंत्री एवं सिंधिया समर्थक।
कांतिलाल भूरिया – कांग्रेस पार्टी के टॉप लीडर लिस्ट में।
रामपाल सिंह – शिवराज सिंह के नजदीकी और रायसेन के पॉवरफुल लीडर।
प्रदीप जायसवाल – पूर्व मंत्री एवं वारासिवनी के नेता।
दीपक जोशी – पूर्व मुख्यमंत्री श्री कैलाश जोशी के सुपुत्र भाजपा से कांग्रेस में गए।
दरअसल मध्य प्रदेश में नई सरकार का गठन हो चुका है परंतु पुरानी सरकार वाले नेता सरकारी आवासों पर अपना कब्जा छोड़ने को तैयार नहीं है। उनका मानना है कि, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर डॉ मोहन यादव की संविदा नियुक्ति है। लोकसभा चुनाव के बाद उनकी संविदा अवधि समाप्त हो जाएगी। इसके बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बदल जाएंगे।
सह संपादक
स्मृति यादव की रिपोर्ट