दिग्विजय सिंह हरदा हादसे पर बोले – प्रशासन सजक होता तो हादसा टाला जा सकता था : पीड़ितों से मिलने पहुंचे,घटना स्थल पर जाने से रोका।
मध्य प्रदेश के हरदा पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पटाखा फैक्ट्री परिसर के पीछे के मकानों का निरीक्षण किया। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को घटनास्थल पर जाने से पुलिस और प्रशासन ने रोक दिया था। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कलेक्टर से बात की और मोबाइल पर चर्चा के बाद उन्हें अंदर जाने की अनुमति दी गई। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह हादसा आसानी से टाला जा सकता था यदि प्रशासन तंत्र सजक रहता।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि नियमों की अनदेखी को लेकर कलेक्टर ने लाइसेंस रद्द कर दिया था लेकिन आयुक्त नर्मदापुरम ने कलेक्टर का आदेश निरस्त कर दिया और एक महीने बाद फैक्ट्री चालू हो गई थी। फैक्ट्री चलती रही प्रशासन क्या कर रहा था। प्रशासनिक विफलता का यह एक जीता जागता उदाहरण है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि पूर्व मंत्री कमल पटेल इस मामले को लेकर राजनीतिक बातें करते हैं तो यह पूरी जवाबदारी उन्हीं की है। उन्हीं के मंत्री रहने के दौरान यह फैक्ट्री बिना लाइसेंस के चली है। दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से बातचीत की इस दौरान उन्होंने कहा हादसे में 60 परिवार प्रभावित हुए हैं। जब तक प्रशासन उनके क्षतिग्रस्त मकानों को फिर नहीं बना देता तब तक सभी परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना में रुकने की अस्थाई व्यवस्था करनी चाहिए।
स्मृति यादव की रिपोर्ट