पुलिस कमिश्नर डा0 आरके स्वर्णकार का हुआ स्थानान्तरण, बनाए गऐ सीतापुर एडीजी एपीटीसी
कानपुर नगर, विवादों मंे रहने वाले कानपुर के पुलिस कर्मिशन डा0 आरके स्वर्णकार का सोमवार की देर रात स्थानान्तरण कर दिया गया। ज्वानिंग के साथ ही स्वर्णकार विवारों से घिरे रहे है साथ ही कई बार पत्रकारों से भी उलझने अपने अधिनस्थो के सा तालमेल न होने और इसी प्रकार के कई मामलों में उनका नाम सामने आ चुका था। पूर्व में विधानसभा अध्यक्ष के पीआरओं के कार्यालय में उन्होने बहसबाजी भी की थी। वहीं एक चोरी के प्रकरण में पुलिस कमिश्नर आरके स्वर्णकार को हाईकोर्ट ने तलब कर लिया था।
कानपुर में आईपीएस आर के स्वर्णकार ने 21 अगस्त को पुलिस कमिश्नर का पदभार ग्रहण किया था और सर्वप्रथम रातोरात पुलिस कमिश्नर ऑफिस में बने पत्रकार रूम को आगंतुक कक्ष बना दिया था, जिसका पत्रकारों ने विरोध करते हुए पुलिस कमिश्नर कार्यालय का घराव किया गया तब उसे पुनः पुरानी स्थिति में बाहाल किया गया। इसी प्रकार वकीलों द्वारा भी कार्यालय का इसलिए घेराव किया गया था कि उनका मिडिएशन सेंटर में प्रवेश वर्जित कर दिया गया था। घरोव व हंगामें के बाद पुलिस कमिश्नर से वकीलों के प्रवेश पर लगी रोक को हटा लिया था। एक और मामला जो भीतरगांव के साढ थाना क्षेत्र के पहेवा गांव में हुआ था, जिमसें बौद्ध कथा करा रही दलित समुदायपर हमला किया गया था और पुलिस की लापरवाही सामने आई थी तो वहीं कमिश्नर द्वारा भी इस ओर ध्यान नही दिया गया था। इसी प्रकार भाजपाईयो को भी कमिश्नर कार्यालय में इस लिए हंगमा करना पडा था, क्यों कि सिख दवा कारोबारी मामले में भाजपा नेताओ तथा पुलिस कमिश्नर के बीच टकराव की स्थिति बनी थी। इसी प्रकार एक चोरी के प्रकरण में उन्हे कोर्ट में तलब किया था और बाद में स्वर्णकार के आदेश पर उनके वाचक ने कोतवाली थाने में दरोगा के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई थी। आरे के स्वर्णकार हमेशा विवादों के बीच फंसे रहे और कई बार उनके फैसलों ने सरकार की छवि को धूमिल किया। अब पुलिस कमिश्नर आर के स्वण।कार को एडीजी एपीटीसी सीतापुर बनाया गया है।
संवाददाता
हरिओम की रिपोर्ट