संवाददाता/राहुल द्विवेदी
यह 2007 बैच के IPS अधिकारी अमित पाठक हैं। प्रदेश के आगरा, गाजियाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी समेत 8 जिलों में बतौर कप्तान रहे हैं। STF में भी 5 साल SSP रहे हैं। इस समय पुलिस हेड क्वार्टर लखनऊ में DIG लोक शिकायत हैं। उन्नाव के मूल निवासी अमित पाठक बचपन में प्रोफेसर बनना चाहते थे, 21 साल की उम्र में यूजीसी नेट क्वालीफाई कर कानपुर यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर चयन हुआ। लेकिन नौकरी ठुकरा दी, उसी सप्ताह दूसरे विश्वविद्यालय में भी प्रोफेसर के लिए चयन हुआ।
इन्हीं के साथ पढ़ने वाले दोस्त ने कहा कि 21 साल की उम्र क्या नौकरी करने की होती है, अभी पढ़ाई करने का मौका है, मेरी तरह यूपीएससी की तैयारी करिए.. यहीं से इन्होंने अफसर बनने की ठान ली और चौथे प्रयास में आईपीएस बन गए। यह बताते हैं कि जब सफलता की दहलीज पर पहुंचा तो एमबीबीएस पिता की कैंसर से मौत हो गई, आईपीएस बनने के कुछ माह बाद ही मां का भी कैंसर से निधन हो गया। साल 2009 में दिल्ली में साथ में तैयारी करने वालीं IRS अधिकारी नीलम अग्रवाल से लव मैरिज की। नीलम अग्रवाल इस समय वित्त मंत्रालय नई दिल्ली में निदेशक हैं।
2016 में यूपी के बिजनौर में हुए देश के सबसे चर्चित मर्डर केस NIA के डीएसपी तंजील अहमद और उनकी पत्नी के हत्याकांड का खुलासा एसएसपी एसटीएफ रहते हुए किया। यह बताते हैं कि शूटरों ने इस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया कि तंजील अहमद की बॉडी पर गोली लगने व निकलने के 33 निशान थे।
अप्रैल 2017 में उस समय चर्चाओं में आए जब पूरे प्रदेश के पेट्रोल पंपों पर छापे मारते हुए मशीनों से चिप पकड़ी गईं। यह घटतोली का सबसे बड़ा पर्दाफाश था, यह प्रदेश की सबसे बड़ी कार्रवाई रही, हालांकि तेल माफियाओं के आगे सरकार ने तीसरे दिन ही एसएसपी एसटीएफ से हटाते हुए ट्रांसफर कर दिया। जहां तीसरे दिन फिर एसटीएफ की जिम्मेदारी दी गई… इस कार्रवाई के बाद पूरे प्रदेश के पेट्रोल पंपों की मशीने बदली गईं, यहां तक कि देश के 17 राज्यों में राज्य सरकारों को पेट्रोल पंप की जांच कराकर मशीन बदलवा दी गईं।
इनकी कहानी बहुत लंबी है… दैनिक भास्कर की खास सीरीज खाकी वर्दी में बुधवार को अगली कहानी इन्हीं की रहेगी।